बुरहानपुर जिले की नेपानगर तहसील की नावरा रेंज में हजारों हेक्टेयर वन क्षेत्र को तबाह करने के बाद अचानक अतिक्रमणकारियों का मन बदल गया। सोमवार को 40 गांव के करीब 450 से अधिक अतिक्रमणकारी घाघरला गांव में एक जगह जमा हुए। उन्होंने तीर-कमान जमीन पर रखकर सरेंडर कर दिया। कहा कि आज से हम घाघरला के जंगल में नहीं जाएंगे।
एसपी ने वन नहीं काटने के लिए किया मोटिवेट
मप्र पुलिस की जबलपुर स्थित 6वीं बटालियन में उपनिरीक्षक बिल्लोर सिंह जमरा ने कहा- हम 5 दिन से अतिक्रमणकरियों को मोटिवेट कर रहे थे। वे किसी के बहकावे में आ गए थे। यह भोले भाले लोग हैं। इन्हें कानून की समझ नहीं है। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने अतिक्रमण करने वालों को मोटिवेट किया। एसपी ने कहा था कि आप पढ़े लिखे हो, वन कटाई मत करो।
रोड, बिजली की व्यवस्था करने का दिया भरोसा
पुलिस की ओर से इनको बताया गया कि शिक्षा, रोजगार की ओर ध्यान दें। आपकी बिजली, रोड की व्यववस्था की जाएगी। यह जो कर रहे हैं वह अपराध की श्रेणी में आता है। पेड़ काटना अपराध है। इसके बाद वे घाघरला के जंगल से आने के लिए प्रेरित हुए। खास बात यह है कि इससे पहले भी अतिक्रमणकारियों ने एक बार बाकड़ी में सरेंडर किया था, लेकिन फिर वन कटाई करने लगे थे।
एसपी बोले- वीडियो जारी कर सरेंडर किया
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने कहा- घाघरला वन क्षेत्र में जो अतिक्रमण का मामला चल रहा था, उसके तहत अतिक्रमणकारियों की ओर से सोमवार को एक वीडियो जारी किया गया है। जिसमें उन्होंने कहा कि हम आत्मसमर्पण कर रहे हैं और आज से हम किसी को भी मारने के लिए तीर, कमान नहीं उठाएंगे। साथ ही कहीं भी अतिक्रमण करने के लिए नहीं जाएंगे। इस तरह की बातें वीडियो में आई है। जो वन कटाई में शामिल थे उन आरोपियों पर वैधानिक कार्रवाई की जाए।
11 मार्च को हमले में 13 वनकर्मी हुए थे घायल
11 मार्च को नावरा रेंज के घाघरला के जंगल में अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने पहुंची वन विभाग की टीम पर अतिक्रमणकारियों ने तीर और गोफन से हमला कर दिया था। इससे 13 वनकर्मी और एक ग्रामीण घायल हो गया। एक वनकर्मी के कंधे और ग्रामीण की पीठ में तीर लगा था। हमले के बाद वन टीम ने भागकर जान बचाई थी। जिले में पसरते जंगलराज के बीच यह पहला मौका था, जब टीम पर सामने से हमला हुआ। इस घटना के बाद कलेक्टर भव्या मित्तल और एसपी राहुल कुमार लोढा मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक अतिक्रमणकारी नहीं पकड़े जाएंगे, तब तक आप लोगों को यहां से नहीं जाने देंगे।