पुलिस अधीक्षकों की पदोन्नति और उसका आदेश तय समय पर हुआ तो आधा दर्जन से ज्यादा जिलों के पुलिस अधीक्षक विधानसभा चुनाव के तत्काल बदल दिए जाएंगे। हाल ही में ऐसे कई अफसरों को जिले की कमान सौंपी है, उन्हें अब सिर्फ 9 महीने की ही कप्तानी करनी होगी। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार को पदोन्नति वाले सभी अफसरों का जिले से तबादला करना ही होगा।
करीब दस दिन पहले हुए आईपीएस अफसरों के तबादलों में वर्ष 2009 बैच के अफसरों को भी पुलिस की कप्तानी दी गई है। इस बैच के 14 अफसर एक जनवरी को डीआईजी हो चुके हैं, जबकि बाकी के अफसर पुलिस अधीक्षक की रेंक पर पदस्थ हैं। इस बैच के अमित सांघी छतरपुर एसपी, टीके विद्यार्थी जबलपुर एसपी, सत्येंद्र कुमार शुक्ला खंडवा एसपी, मनीष कुमार अग्रवाल डीसीपी इंदौर बनाए गए हैं।
इन सभी को अब अगले साल की एक जनवरी को डीआईजी के पद पर पदोन्नत होना है। इसी तरह वर्ष 2010 बैच के मोहम्मद युसूफ कुरैशी एसपी सिंगरोली, सिद्धार्थ बहुगुणा एसपी रतलाम भी पदोन्नत होना है। इन सभी को मार्च में ही इन जिलों में पदस्थ किया गया है। ऐसे में अब ये सभी अफसर इन जिलों में बतौर पुलिस कप्तान लंबी पारी नहीं खेल सकेंगे। इन्हें एक साल के भीतर ही डीआईजी के पद पर पदस्थापना दे दी जाएगी।