Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, मुरैना. मुरैना के जौरा थाने के दो SI को लाइन अटैच कर दिया है। अवैध हथियार रखने के जुर्म में जेल से जमानत पर रिहा होकर आए आरोपी ने टीआई समेत दो सब इंस्पेक्टर पर मारपीट और अप्राकृतिक कृत्य करने का आरोप लगाया है। SP आशुतोष बागरी ने जौरा थाने में पदस्थ SI कपिल पाराशर और अतुल परिहार को वहां से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया है। इस मामले में कार्रवाई के लिए विधायक सूबेदार सिंह रजौधा ने भी पुलिस पर दबाव बनाया।
जौरा पुलिस ने 27 मार्च को 22 साल के आरोपी राहुल सविता निवासी जलालपुर को 315 बोर के कट्टा के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 31 मार्च को आरोपी को कोर्ट ने जमानत दे दी और वह जेल से छूटकर बाहर आ गया। 2 अप्रैल को राहुल ने लिखित शिकायत की कि आर्म्स एक्ट में गिरफ्तारी के बाद उससे जौरा टीआई समेत दो सब इंसपेक्टरों ने अप्राकृतिक कृत्य किया है।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अनुविभागीय पुलिस अधिकारी जौरा ने तत्काल जांच की। उनके प्रतिवेदन पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने सब इंसपेक्टर कपिल पाराशर और अतुल परिहार को तत्काल प्रभाव से जौरा से पुलिस लाइन भेज दिया। हालांकि, SP का कहना है कि सब इंसपेक्टर कपिल पाराशर और अतुल परिहार को जौरा से इसलिए हटाया गया है, क्योंकि उनके वहां रहने से लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनी थी। आरोपी राहुल की शिकायत बेबुनियाद है। आर्म्स एक्ट में गिरफ्तारी के बाद उसका मेडिकल कराया गया। तब उसने डॉक्टर से अप्राकृतिक कृत्य की शिकायत नहीं की। कोर्ट में पेश हुआ, तब भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया। जौरा जेल में जेलर से भी इस तरह की शिकायत नहीं की।
जमानत पर बाहर आने के बाद गढ़ी कहानी
पुलिस के मुताबिक, राहुल सविता आदतन अपराधी है। उस पर पहले से ही दो अपराध दर्ज हैं। पुलिस ने उसे उसके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार किया था। जेल में मेडिकल के दौरान उसने कंधे और पीठ में चोट बताई। जेल से बाहर आने के बाद उसने यह कहानी गढ़ी। इस पर उसका दोबारा मेडिकल कराया। अप्राकृतिक कृत्य की बात झूठी निकली। अब पुलिस जिला बोर्ड के सामने मेडिकल कराएगी।
विधायक बोले- पुलिस ने डॉक्टर को मैनेज कर लिया
राहुल सविता की सिफारिश लेकर विधायक सूबेदार सिंह रजौधा SDOP के पास पहुंचे। दोनों SI के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधायक का आरोप था कि मेडिकल करने वाले डॉक्टर को पुलिस ने मैनेज कर लिया है। लिहाजा राहुल सविता का मेडिकल अन्य जगह कराया जाए।
मारपीट हो सकती है, लेकिन अप्राकृतिक कृत्य वाली बात झूठी
SDOP ऋतु केवरे के मुताबिक, आरोपी से मारपीट हो सकती है, लेकिन अप्राकृतिक कृत्य वाली बात झूठी है। ऐसा खुद डॉक्टर ने मेडिकल के बाद बताया है। इसके बाद भी उसका अब जिला बोर्ड के समक्ष मेडिकल कराया जाएगा।