नई दिल्ली: मार्च का महीना खत्म होने के साथ अब नौकरी कर रहे ज्यादातर लोगों को अप्रेजल का इंतजार है। अप्रेजल की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। कर्मचारी अच्छा अप्रेजल मिलने की उम्मीदें लगाए हुए बैठे हैं। अगर आपको भी अप्रेजल का इंतजार है तो ये खबर आपके काम की है। एचआर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष में ज्यादातर कर्मचारियों का अप्रेजल 10 फीसदी से कम रहने की उम्मीद है। उनके मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष में सैलरी में बढ़ोतरी 8 से 10 फीसदी के बीच रहेगी। आईटी में सैलरी हाईक में कमी देखने को मिल सकती है। कर्मचारियों की बढ़ती कॉस्ट की वजह से आईटी सेक्टर में वेतन में इजाफा कम हो सकता है।
IT सेक्टर में कितनी बढ़ेगी सैलरी
एडेको में प्रोफेशनल स्टॉफिंग एआर रमेश के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 में उम्मीद है कि भारत में आईटी क्षेत्र के लिए औसत वेतन वृद्धि 8 से 9 फीसदी तक हो सकती है। अगर देखें तो यह पिछले वर्ष की तुलना में 0.5 से 1% कम है। इस बार अप्रेजल में वैश्विक अर्थव्यवस्था और उद्योगों में कई व्यसायिक अनिश्चितताओं से काफी असर पड़ सकता है। इसके अलावा बाजार की मौजूदा स्थिति से भी सैलरी में बढ़ोतरी प्रभावित हो सकती है।
इनकम में गिरावट की संभावना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंबे डील साइकल, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस (बीएफएसआई) सेक्टर पर असर और सीजनल हेडविंड्स के चलते वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही की कमाई सुस्त रहने की उम्मीद है। टीमलीज डिजिटल के सीईओ सुनील सी को उम्मीद है कि उद्योग द्वारा सामना की जाने वाली लागत चुनौतियों की वजह से वरिष्ठ प्रबंधन को कम बढ़ोतरी मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि कर्मचारियों ने खराब प्रदर्शन किया होगा, लेकिन उद्योग ने खुद पिछली कुछ तिमाहियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है और कंपनियां इस मोर्चे पर सतर्क रुख अपनाएंगी।’ ऐसे में सैलरी में बढ़ोतरी पर असर देखने को मिल सकता है।