जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका में मोस्ट वांटेड उत्तर प्रदेश के गुप्ता ब्रदर्स (Gupta Brothers) को बड़ी राहत मिली है। दक्षिण अफ्रीका ने शुक्रवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात ने धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोपों में भारतीय मूल के कारोबारी गुप्ता परिवार के दो भाइयों को देश में मुकदमे का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित करने के उसके अनुरोध को ठुकरा दिया है। तीन गुप्ता बंधु अजय, अतुल और राजेश सरकारी उद्यमों से अरबों की लूट में कथित भूमिका के लिए दक्षिण अफ्रीका में ‘मोस्ट वांटेड’ हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने ऐसा करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से अपनी नजदीकी का इस्तेमाल किया।
दक्षिण अफ्रीका सरकार ‘हैरान और निराश’
कानून मंत्री रोनाल्ड लमोला का कहना है कि यूएई के अनुरोध को अस्वीकार करने से उनकी सरकार ‘हैरान और निराश’ है। लमोला ने कहा कि उन्हें इस फैसले के बारे में तब पता चला जब उनके कार्यालय ने स्थानीय यूएई दूतावास से इस बारे में पूछताछ की। गुप्ता ब्रदर्स यूपी के सहारनपुर के रहने वाले हैं। 1993 में ये दक्षिण अफ्रीका गए थे। वहां उन्होंने खनन से लेकर गाड़ियों का व्यापार किया। धीरे-धीरे गुप्ता बंधुओं का साम्राज्य बढ़ता चला गया और एक समय पर वे दक्षिण अफ्रीका के सबसे ताकतवर लोगों में गिने जाने लगे।
पिछले साल दुबई में हुए थे गिरफ्तार
साल 2016 में गुप्ता ब्रदर्स दक्षिण अफ्रीका की 16वीं सबसे अमीर शख्सियत बन गए। उनकी संपत्ति 78 करोड़ डॉलर यानी करीब 60 अरब रुपए थी। 2019 में गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी हुई। उत्तराखंड के औली में हुई इस शादी में उन्होंने करीब 200 करोड़ रुपए खर्च किए। साल 2018 में जब दक्षिण अफ्रीका में जैकब जुमा की सरकार गिरी तो गुप्ता ब्रदर्स के साम्राज्य का अंत शुरू हो गया। बाद में वे फरार हो गए और लंबे समय तक अंडरग्राउंड रहे। पिछले साल दुबई में दो गुप्ता बंधुओं को गिरफ्तार किया गया था।