मॉस्को: काला सागर पर स्थित क्रीमिया में हालात इस समय थोड़े तनावपूर्ण हो गए हैं। यहां पर यूक्रेन की तरफ से एक मिसाइल दागी गई है और इसके बाद से ही रूस ने यहां पर नाकाबंदी कर दी है। शनिवार की सुबह यह घटना फेडोशिया में हुई है। इस घटना के बाद रूस ने क्रीमिया के समुद्र के करीब बड़े-बड़े बैरीकेड्स लगा दिए हैं। ये बैरीकेड्स क्रीमिया के अहम बिंदुओं पर लगे हैं। साल 2014 में रूस ने इसे यूक्रेन से अलग कर अपनी सीमा में मिला लिया था। अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इस बात का डर है कि कहीं यूक्रेन इसे वापस हासिल करने की कोशिशों में न लग जाए। रूस की तरफ से क्रीमिया के सभी बीच बंद कर दिए गए हैं और वहां पर भारी बल तैनात कर दिया गया है।
पुतिन का उड़ा मजाक
रूस ने टॉरिडा हाइवे पर अपना सबसे खतरनाक टैंक तैनात कर दिया है। इसे ‘ड्रैगन के दांत’ के तौर पर भी जाना जाता है। इस टैंक को रूस ने हाइवे पर स्थित अक-मोनाई नामक स्थान पर तैनात किया है। रूस का मकसद यूक्रेन की हर उस कोशिश को रोकना है जो क्रीमिया पर दोबारा कब्जे से जुड़ी हुई है। समुद्र के तटों पर टैंक तैनाती का फैसला मिसाइल लॉन्चिंग की घटना के बाद हुआ है। पुतिन ने ऐसे में इस क्षेत्र को गर्मी के मौसम में बंद करने का फैसला किया जो रूस के लिए टूरिज्म की सबसे बड़ी वजह है। क्रीमिया के समुद्र तटों पर बिल्कुल पिरामिड सी बैरीकेडिंग नजर आ रही है। इसकी फोटोग्राफ्स को लोग ट्विटर पर शेयर कर रहे हैं और रूस का मजाक उड़ा रहे हैं।
रिपोर्ट्स के सैटेलाइट और जमीन से मिली तस्वीरें रूस की तरफ से हो रहे ऑपरेशन को बताने के लिए काफी हैं। क्रीमिया प्रायद्वीप के उत्तरी समुद्र तटों पर इस समय सबसे ज्यादा तनाव है। रूस इनकी रक्षा में लगा हुआ है क्योंकि रूसी मिलिट्री ऑफिसर्स इस हिस्से को सबसे कमजोर मानते हैं। रूस की न्यूज एजेंसी तास ने क्रीमिया के अधिकारी एक्स्योनोव के एक सहायक ओलेग क्रायचकोव के हवाले से बताया कि क्रीमिया के एक शहर में मिसाइल का मलबा गिरा था। लेकिन इससे नुकसान की कोइ सूचना नहीं मिली थी। क्रीमिया में मौजूद रूस के अधिकारियों की मानें तो यूक्रेनी सैनिकों की तरफ से ड्रोन हमले किए गए हैं।
क्रीमिया पर कब्जे की कोशिश
मार्च के अंत में, रूस ने दावा किया था कि उसने यूक्रेनी सेना की तरफ से दागे GLSDB गाइडेड स्मार्ट बम को ढेर कर दिया है। हालांकि इस पर कोई और जानकारी देने से इनकार कर दिया गया है। यूक्रेन की तरफ से पिछले ही हफ्ते कहा गया है किअगा रूस ने क्रीमिया के बॉर्डर से आगे बढ़ने की कोशिश तो फिर वह इसे रूस से छीन लेगा। अगर यूक्रेन ऐसा करता है तो फिर यह नुकसान पुतिन के लिए बहुत बड़ा होगा। यह ऐसी घटना होगी जिसकी कल्पना कभी रूस ने नहीं की थी। हालांकि रूस अक्सर जोर देकर इस बात को कहना है कि यूक्रेन के पास क्रीमिया को फिर से हासिल करने के लिए संसाधनों और ताकत की कमी है।