मास्को: यूक्रेन की उप विदेश मंत्री भारत के अहम दौरे पर आ रही हैं। रूस के साथ युद्ध शुरू होने के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि यूक्रेन का कोई मंत्री भारत आ रहा है। जेलेंस्की की मंत्री की इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान का मुद्दा उठ सकता है जो रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में दोहरी चांदी काट रहा है। एक तरफ पाकिस्तान जहां टैंक, मिसाइलें और गोला बारूद बेचकर पैसे कमा रहा है, वहीं ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यूक्रेन ने पाकिस्तान को कहीं घातक मिसाइलों की तकनीक ट्रांसफर न कर दी हो। इससे पहले चीन, पाकिस्तान और यूक्रेन के बीच मिसाइलों की तकनीक को लेकर साठगांठ रह चुकी है।
यूक्रेन-पाकिस्तान दोस्ती से भारत सतर्क
मजेदार बात यह है कि पाकिस्तान जहां यूक्रेन को जहां हथियार भेज रहा है, वहीं रूस से भी अपने विमानों के इंजन को अपग्रेड करने के लिए अनुरोध कर रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया कि वह इस महीने के अंत तक रूस से सस्ता तेल हासिल कर लेगा। हालांकि अभी इस बात के कोई ठोस साक्ष्य नहीं हैं कि पाकिस्तान और रूस के बीच कोई ऊर्जा समझौता हुआ है। यूक्रेन और पाकिस्तान के बीच हथियारों की बढ़ती दोस्ती की भारत जांच करा रहा है। आटे की भारी किल्लत से जूझ रहे पाकिस्तान ने हाल ही में रूस से कई टन गेहूं खरीदा था।
पाकिस्तान रूसी हमले के बाद अब तक सैकड़ों कंटेनर हथियार और गोला बारूद यूक्रेन को भेज चुका है। इसमें रॉकेट और तोप के गोले शामिल हैं। इसके लिए पाकिस्तान अमेरिकी जहाजों का इस्तेमाल कर रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान ने ब्रिटेन और पोलैंड के साथ हथियारों का समझौता किया है। पाकिस्तान यूक्रेन के साथ अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करने में जुट गया है।