राजधानी रायपुर से इस वक्त एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। यहां लिव इन में रह रही एक युवती की लाश मिली है। युवती की लाश 3 से 4 दिन पुरानी बताई जा रही है। मृतक युवती की पहचान महासमुंद निवासी 30 वर्षीय बसंती यादव के रूप में हुई है। इस घटना की सुचना मिलते टिकरापारा पुलिस मौके पर पहुंची है।
जानकारी के मुताबिक महासमुंद निवासी बसंती यादव(30) MMI अस्पताल में काम करती थी। वहीं तिल्दा का रहने वाला गोपी निषाद भी काम करता था। साथ में काम करते हुए दोनों के बीच प्रेम हो गया। इसके बाद दोनों एक साथ रहने लगे। बसंती के घर में मालूम था कि वह रायपुर में किसी युवक के साथ रहती थी। दोनों ने एक महीने पहले ही टिकरापारा का यह कमरा किराए में लिया था। गोपी ने कुछ दिन पहले अस्पताल का काम छोड़ दिया था और वह फिलहाल वह कोई काम नहीं कर रहा था।
शराब पीने के लिए बेची साइकिल
मकान मालिक रघुराम साहू और पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि पहले तो दोनों अच्छे से रहते थे, लेकिन 15 दिन पहले गोपी शराब के नशे में बसंती से झगड़ा करने लगा था। उसने शराब पीने के लिए अपनी साइकिल बेच दी थी, फिर घर में रखा सिलेंडर भी बेच दिया था। दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगा था।
2 दिन में सिर्फ खाने बाहर निकला
पुलिस पूछताछ में गोपी ने बताया कि बसंती ने उसके सोए रहने के दौरान फांसी लगाई। वह यह देखकर डर गया। उसने रविवार को लाश नीचे उतारी। इसके बाद उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करे। उसने दरवाजा ही नहीं खोला। फिर रात में थोड़ी देर कुछ खाने के लिए बाहर निकला और तुरंत वापस आकर दरवाजा बंद कर लिया। मकान में सार्वजनिक बाथरूम है, वह नहाने इसलिए नहीं गया कि कोई कमरे तक ना आ जाए या कमरे के अंदर देखने की कोशिश ना करे। दो दिन से वह नहीं नहाया।
मकान मालिक से बोला ‘प्लीज पुलिस को मत बताना’
दो दिन से जब बसंती नहीं दिखी और कमरे से बदबू आने लगी तो पड़ोसियों ने मकान मालिक और वहीं रहने वाले उसके बेटे को बताया। इन लोगों ने दरवाजा खुलवाया तो गोपी हाथ जोड़कर रोने लगा। मकान मालिक से बोलने लगा कि पुलिस को नहीं बुलाए।
हत्या या आत्महत्या अभी तय नहीं
पुलिस ने बताया कि युवती की मौत 2 दिन पहले हो चुकी है। युवती के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए हैं और आगे की कार्रवाई जारी है। वहीं युवती के परिजनों को भी सूचना दी गई। उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे। फिलहाल पुलिस यह नहीं बता रही है कि बसंती की हत्या गोपी ने की या उसने सही में फांसी लगाई है।