नई दिल्ली: 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने अडानी समूह (Adani Group) को लेकर निगेटिव रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी कंपनियों की मुश्किल बढ़ गई। अडानी के शेयर गिरने लगे, मार्केट कैप धड़ाम होने लगा। निवेशकों का भरोसा अडानी समूह से उठने लगा। अडानी की कंपनियों के शेयर प्राइस 85 फीसदी तक गिर गए। गौतम अडानी अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर से लुढ़ककर 35वें पर पहुंच गए । उनकी मुश्किल लगातार बढ़ रहती रही। मुश्किल दौर से गुजर रही अडानी की कंपनियों के लिए लंबे वक्त बाद राहत की खबर आई है। अडानी ग्रुप की एक कंपनी ने नया मुकाम हासिल किया है।
अडानी की कंपनी बनी नंबर 1
अडानी की कंपनी ने अपने अच्छे प्रदर्शन, वित्तीय स्थिरिता और बाहरी वातावरण की वजह से 71 कंपनियों को पछाड़ते हुए नंबर 1 की रैंकिंग हासिल की है। अडानी की मुंबई स्थित इलेक्ट्रिक डिस्ट्रीब्यूट कंपनी अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड को नंबर 1 की रैंकिंग मिली है। अडानी की इस कंपनी को इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई और यूटिलिटी वैल्यूशन के आधार पर देश में नंबर वन रैंक दिया गया है।
71 कंपनियों को पीछे छोड़ा
नंबर 1 की रैंकिंग हासिल करने के लिए अडानी की इस कंपनी ने 71 कंपनियों को पीछे छोड़ दिया। ऊर्जा मंत्रालय की ओर से देश की पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी की एनुअल इंटिग्रेटिड रेटिंग और रैंकिंग की 11वीं रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट में अडानी इलेक्ट्रिसिटी को A+ की रैंकिंग मिली है। उसे 100 में से 99.6 स्कोर मिले हैं। कंपनी के बेहतर प्रदर्शन, गर्वनेंस, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के कारण उसे ये रैंक मिली है। कंपनी के पास बाकी कंपनियों के मुकाबले बेहतर इंफ्रास्क्ट्रचर है। डिजिटाइज्ड बिल जेनरेशन और पेमेंट सिस्टम, एडवांस मीटर रीडिंग टेक्नॉलिजी, सस्ता टैरिफ और बढ़िया डिस्ट्रीब्यूशन है।