नई दिल्ली: दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी एपल (Apple) को भारत में अपने कारोबार से जबरदस्त फायदा हुआ है। अमेरिकी कंपनी एपल ने फाइनेंशियल ईयर 2023 में भारत से पांच अरब डॉलर यानी करीब 40,000 करोड़ रुपये के आईफोन (iPhone) एक्सपोर्ट किए। यह वित्त वर्ष 2022 की तुलना में चार गुना अधिक है। जानकारों का कहना है कि एपल आईफोन भारत से पांच अरब डॉलर एक्सपोर्ट का आंकड़ा छूने वाला पहला ब्रांड है। चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बीच एपल ने पिछले कुछ वर्षों में भारत में आईफोन का प्रॉडक्शन तेजी से बढ़ाया है। फाइनेंशियल ईयर 2023 में भारत से कुल 10 अरब डॉलर के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट किए गए। भारत ने किसी फाइनेंशियल ईयर में पहली बार यह सफलता हासिल की है।
स्टोर्स से किसे होगा नुकसान
इस बीच रिटेलर्स को आशंका है कि मुंबई और दिल्ली में एपल का स्टोर खुलने से उनके ग्राहकों की संख्या में 50 से 60 फीसदी तक गिरावट आ सकती है। आईफोन की कुल सालाना बिक्री में इन दो शहरों की हिस्सेदारी 20 फीसदी है। कुछ का कहना है कि एपल पहले अपने स्टोर्स के लिए स्टॉक रिलीज करेगी। इससे बाकी रिटेलर्स को नुकसान हो सकता है। हालांकि कंपनी के सूत्रों ने इस आशंका को खारिज किया है। उनका कहना है कि एपल के रिटेल स्टोर खोलने से पूरे रिटेल ईकोसिस्टम को फायदा होगा।
इससे पहले एपल एक्सक्लूसिव एपल प्रीमियम पार्टनर स्टोर्स, बड़े रिटेलर्स और ट्रेड एंड ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपने प्रॉडक्ट्स बेचती थी। कंपनी का कहना है कि नए रिटेल लोकेशंस से उसके बिजनस का भारत में विस्तार होगा। 20 अप्रैल से भारत में कंपनी के ग्राहक नए प्रॉडक्ट्स को एक्सप्लोर कर सकेंगे। मुंबई के एक रिटेलर ने कहा कि अपने स्टोर्स ने कंपनी ग्राहकों के लिए एक्सपीरिएंस सेंटर भी बनाएगी। इससे रिटेलर्स को कुछ नुकसान होगा। अमेरिका और यूरोप में नए प्रॉडक्ट के लॉन्च के दौरान एपल के स्टोर्स के बाहर भारी भीड़ देखी जाती है।
80 परसेंट ग्राहक छोटे शहरों से
ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी नवनीत पाठक ने कहा कि कंपनी नए लॉन्च के दौरान दिल्ली और मुंबई में इसी तरह का हाइप क्रिएट करना चाहेगी। एपल के मौजूदा ग्राहक नया प्रॉडक्ट खरीदने से पहले इन स्टोर्स में जाना चाहेंगे। रिटेल स्टोर्स में सभी नए प्रॉडक्ट्स एक्सपीरिएंस के लिए शोकेस नहीं किए जाते हैं। इसलिए नए लॉन्च के दौरान इन स्टोर्स में कस्टमर्स की संख्या 50 से 60 फीसदी कम हो सकती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कंपनी रिटेलर्स को पर्याप्त स्टॉक देगी? पाठक ने कहा कि एपल ने अब तक इस बारे में कोई बात नहीं की है। हालांकि कुछ लोग इसे ज्यादा तरजीह नहीं देते। उनका कहना है कि एपल के 80 फीसदी नए ग्राहक छोटे शहरों से आते हैं। ऐसे में एपल के दो स्टोर्स ने ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है।