वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी से पूछा है कि वो छत्तीसगढ़ के बिरनपुर में उस हिंदू युवा भुनेश्वर साहू के घर क्यों नहीं गई जिसकी दंगाइयों ने पीट पीट कर हत्या कर दी है। जबकि हमने देखा है पुलिस की गोली से मरे बिजनौर के दंगाई सुलेमान के घर जाकर वो परिवार को सांत्वना देती है। क्या छत्तीसगढ़ के साहू समाज का युवा भुनेश्वर के परिवार के साथ उनकी सहानुभूति नही है?
क्या प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी के लिए हिंदुओं का खून, खून नही पानी है? भुवनेश्वर के परिवार के प्रति प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी इतनी असंवेदनशील क्यों है?
बृजमोहन ने कहा कि आज तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मॉब लिंचिंग के शिकार भुनेश्वर के परिवार से मिलने नही पहुंचे। इसका मतलब यह साफ है कि कांग्रेस को राजनीति में हिंदुओं का कोई स्थान नहीं है। हिंदुओं का खून उनके लिए पानी है। उन्हे सिर्फ धर्म विशेष के पक्ष में आंख मूंदे खड़े रहना है।
बृजमोहन ने कहा कि हमने देखा है कि उत्तर प्रदेश या अन्य भाजपा शासित राज्यों में किसी गैर हिंदू की हत्या हो जाए तो राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस का पूरा कुनबा वहां डेरा डाल कर बैठ जाता है। परंतु यहां भुनेश्वर की हत्या पर उनका मौन हो जाना यह बताता है कि उनकी राजनीति सिर्फ और सिर्फ धर्म विशेष को संरक्षण देने की उन्हें लाभ पहुंचाने की है।
कांग्रेस के लिए हिंदुओं के खून की कीमत कुछ भी नहीं
बृजमोहन ने कहा कि मॉब लिंचिंग के शिकार हुए भुनेश्वर साहू के परिवार को मात्र 10 लाख की सहायता यह कांग्रेस सरकार दे रही है।
जबकि हमने देखा है कि लखीमपुर उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उसे 50 लाख की सहायता सिर्फ प्रियंका गांधी को खुश करने उनकी राजनीति चमकाने के लिए करते हैं।
भुनेश्वर साहू कांग्रेस से संबद्ध नही था। वह एक गरीब परिवार से था। शायद इसीलिए मुख्यमंत्री ने मॉब लिंचिंग का शिकार होने के बाद भी परिवार को कम सहायता प्रदान कर रहे है। कांग्रेस पार्टी केवल धर्म विशेष को खुश करने में लगी रहती है।