भैरव सोसाइटी व आस पास के जैन समुदाय अपूर्व उत्साह उमंग व ध्वजारोहण महोत्सव में शामिल होने का पवित्र संकल्प लिए शनिवार प्रातः से ही श्रावक श्राविकाओं व भक्तजनों के आवागमन का अविरल प्रवाह निरन्तर गतिशील था। पूरे मंदिर परिसर सभा मंडप भगवान के गर्भ गृह को सुगंधित फूलो से सजाया गया था।
निर्धारित मुहूर्त प्रातः 9 बजे छत्तीसगढ़ रत्न शिरोमणि मनोहर श्रीजी की सुशिष्या साध्वी दर्शनप्रभा श्रीजी आदि ठाणा के मंगल प्रवेश के साथ ही सुप्रसिद्ध विधिकारक विमल गोलछा ने ध्वजारोहण निमिते सत्तर भेदी पूजा का आगाज सर्वप्रथम ॐ पुण्याह्म पुण्याह्म प्रियन्ताम प्रियन्ताम के पवित्र शब्दों के साथ किया। सर्वप्रथम छेत्रपाल देवता को पूजा में शामिल होने आव्हान करते हुए नारीयल, पान पत्ता, फल, नैवेद्य समर्पित किया, फिर प्रारम्भ हुई। 17 विधान से ध्वजा की पूजा प्रत्येक विधान में मंत्रोच्चारण के साथ अक्षत के स्वास्तिक में नारियल फल फूल मिठाई समर्पित की ध्वजा के लाभार्थी नवमें ध्वजा की पूजा के विधान में कायमी ध्वजा के लाभार्थी परिवार सीमंधर स्वामी – मूलचंद संतोष सरला बैद परिवार – दादागुरु जिनकुशल सूरी- तिलोकचंद शांतिलाल अशोक बरडिया परिवार, दादा जिनदत्त सूरी- श्रीमती पुष्पा देवी मनोज कविता कोठारी परिवार व मणिधारी, दादा जिनचंद सूरी की ध्वजा श्रीमती चन्द्रा देवी, महेन्द्र मीना, तरुण सुषमा, मानस, गौरव प्रेरणा, मानसी, दिया, कल्प, गर्वित कोचर परिवार ने साध्वी समुदाय से ध्वजा फहराने का आदेश प्राप्त कर उनके आशीर्वाद स्वरूप वासक्षेप पूजन ध्वजा का किया। ध्वजा को सिर पर रखकर प्रभु व दादा गुरुदेव की 3 फेरी के साथ ही सीमंधर स्वामी की ध्वजा के लाभार्थी संतोष बैद परिवार सहित 20 फ़ीट ऊंचे शिखर पर ध्वजा फहराने ॐ पुण्याह्म पुण्यहॉं के मंगल ध्वनि से शिखर पर सपरिवार पहुच कर ध्वज दंड की अष्ठ प्रकारी पूजा कर ध्वजारोहण भतीजे पंकज विकास बैद (लंदन) व पोते प्रणेश व कल्प के हस्ते घंटनाद जय द्वारा करवाया। चमत्कारी दादावाड़ी की ध्वजा भी तिलोकचंद, शांतिलाल, अशोक कुमार बरडिया मनोज कविता कोठारी व महेन्द्र कुमार तरुण कुमार कोचर परिवार द्वारा भाव उल्लास के साथ किया। इसी के साथ जय जय कार के शब्दों के साथ हजारो भक्तो ने नवीन ध्वजा को प्रणाम कर रिद्धि सिद्धि की मंगल कामना की।
समापन आरती मंगल दीपक के साथ हुआ साधार्मिकवात्सल्य का लाभ ध्वजा के लाभार्थियों द्वारा लिया गया कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री विजय कांकरिया , कुंथुनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष चन्द्रेश शाह , राजेश सिंघी , कमल लोढ़ा , नीलेश गोलछा , टीकम जैन , किशोर झाबक , जय सांखला , ललित लुनिया , राजेश गोलछा तरुण कोचर , श्रीमती मंजू कोठारी सरला बैद ममता नाहर , दीप्ती बैद पदम गोलछा , मनोज झाबक ,संजय धाड़ीवाल , संतोष झाबक आदि उपस्थित थे।