नई दिल्ली: फूड एग्रीगेटर जोमैटो (Zomato) के मालिकाना हक वाली Blinkit के डिलिवरी पार्टनर 3 दिन से हड़ताल पर है। इसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर में ब्लिंकिट (Blinkit) के 100 से ज्यादा डार्क स्टोर बंद हो गए हैं। डिलीवरी पार्टनर की हड़ताल की वजह से दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर हिस्सों में ब्लिंकिट की सर्विस ठप हो गई है। बता दें कि ब्लिंकिट अपनी तुरंत डिलीवरी के लिए जाना जाता है। कंपनी 10 मिनट के अंदर किराने के सामान से लेकर फल और सब्जियों की डिलीवरी कर देती है। अब ब्लिंकिट की सर्विस ठप होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
तीन दिन से हड़ताल पर हैं कर्मचारी
दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में Zomato के स्वामित्व वाले क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट के ज्यादातर डार्क स्टोर तीन दिनों से बंद हैं। कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। दरअसल डिलीवरी एक्जीक्यूटिव अपने पेआउट स्ट्रक्चर में बदलाव का विरोध कर रहे हैं, उनका दावा है कि इससे उनकी कमाई कम होगी। मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स के मुताबिक, गुरुग्राम में ब्लिंकिट के करीब सभी 50-60 स्टोर बंद हैं। वहीं नोएडा और दिल्ली में अधिक बंद हो रहे हैं। कई लोग इस मुद्दे को अब सोशल मीडिया पर उठा रहे हैं।
ठप हुई सर्विस
ब्लिंकिट की सर्विस ठप हो गई है। ब्लिंकिट के ऐप पर लोग ऑर्डर नहीं दे पा रहे हैं। ईटी को पता चला है कि जहां दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के डिलीवरी एक्जीक्यूटिव आने वाले दिनों में विरोध जारी रखने की योजना बना रहे हैं। वहीं कंपनी अन्य स्टोर्स में बदले हुए भुगतान ढांचे को लागू करने की अपनी योजना के साथ आगे बढ़ना जारी रखेगी। कंपनी के एक कर्मचारी ने ईटी को बताया कि कंपनी ने सोमवार से नई संरचना के रोलआउट से पहले रुकावट का अनुमान लगाया था। कंपनी के अधिकारी विरोध कर रहे कर्मचारियों से बात कर रहे हैं।
देशभर के 20 शहरों में चल रही सर्विस
सूत्रों के मुताबिक, ब्लिंकिट के देश भर के 20 शहरों में लगभग 400 डार्क स्टोर हैं, जिनमें से आधे दिल्ली-एनसीआर में स्थित हैं। अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के दौरान, ब्लिंकिट ने जुलाई-सितंबर 2022 की अवधि में 4.22 लाख रुपये से बढ़कर 5.24 लाख रुपये प्रति डार्क स्टोर प्रति दिन औसत सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) दर्ज किया। दिसंबर तिमाही के लिए, ब्लिंकिट ने 1,749 करोड़ रुपये के जीओवी की सूचना दी थी, जबकि इसका राजस्व 301 करोड़ रुपये था।