भोपाल। मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल के सहयोग से विंध्या शिक्षा एवं प्रचार समिति भोपाल द्वारा 21 अप्रैल को सुबह 10 बजे से 3 बजे तक होलिस्टिक हेल्थकेयर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल में किया जाएगा। उक्त जानकारी देते हुए विंध्या शिक्षा एवं प्रचार समिति भोपाल की अध्यक्ष डॉ आरएच लता ने बताया कि पिछले दो-ढाई वर्ष में दुनिया भयानक महामारी के दौर से गुजरी है। यदि वैज्ञानिक और चिकित्सक न होते तो क्या हालत होती। डॉ लता ने कहा कि समान रूप से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता जरूरी है। कोविड-19 की त्रासदी के अनुभव ने यह सिद्ध किया है कि चिकित्सा की कोई भी प्रणाली सभी स्वास्थ्य चिंताओं को अकेले दूर नहीं कर सकती है। डॉ लता ने बताया कि वर्तमान समय में शहरी और ग्रामीण आबादी में जीवन-शैली जनित रोगों की बढ़ती संख्या इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत का संकेत है। इस कार्यशाला के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए डॉ लता ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य अचानक स्वास्थ्य के क्षेत्र में आई गंभीर परिस्थितियों से कैसे मुकाबला किया जाए, उस पर विचार-विमर्श करना है। यह एक प्रकार की पॉलिसी मेकिंग कार्यशाला है जिसमें विशेषज्ञ यह बताएंगे कि ऐसी परिस्थितियों में हमारी क्या तैयारियां होनी चाहिए। कार्यशाला के आयोजन से स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता आएगी। डॉ लता ने कहा कि राष्ट्र के स्वास्थ्य के लिये सभी चिकित्सा प्रणालियों का समन्वय आवश्यक है। स्वस्थ व्यक्ति, स्वस्थ परिवार, स्वस्थ राष्ट्र हमारा लक्ष्य है। स्वस्थ रहना हमारा अधिकार है, स्वभाव है और कर्त्तव्य भी है। उचित आहार-विहार और जीवन-शैली अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। हम प्रीवेन्टिव, प्रोमोटिव और पॉजिटिव हेल्थ के लिये कार्य करते हैं। सूचना, शिक्षा एवं संचार के माध्यम से आमजन को अच्छे स्वास्थ्य के लिये प्रेरित करते हैं।