ग्वालियर नगर निगम सीमा क्षेत्र में गंदे पानी को साफ करने के लिए लगाए गए सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर अब ओसीइएमएस (आनलाइन कन्टूनियन इनफोंट मानिटरिंग सिस्टम) लगाए जा रहे हैं। इससे सीवरेज प्लांट पर इनलेट यानी जहां से सीवर आ रहा है और आउटलेट यानी जहां से पानी ट्रीट होकर निकल रहा है, की जानकारी निगम अधिकारियों व प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों को मिल सकेगी।
इसके साथ ही शहर के सभी वीएमएस बोर्ड (वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड) पर भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पैरामीटर की जानकारी दिखाई जाएगी, इससे शहरवासी भी यह जान सकेंगे कि प्लांट पर पानी किस तरह से साफ हो रहा है। ओसीइएमएस लगाए जाने का कार्य अंतिम चरण है और इसी सप्ताह में यह कार्य पूर्ण हो जाएगा। सीवेज नोडल अधिकारी ने बताया कि प्लांट पर आने वाले गंदे पानी के पैरामीटर की जांच के लिए ओसीइएमएस लगाया जा रहा है। यह सिस्टम सीवेज वाटर को ट्रीट करने में आने वाले सभी पैरामीटर की जांच करेगा और इसकी जानकारी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, निगम व कंपनी के अधिकारियों को देगा। इससे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी समय-समय पर निर्देश देकर सीवेज प्लांट का संचालन सही ढंग से हो सकेगा। नगर निगम की ओर से पीटी इफालोजिन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को एक करोड़ 18 लाख रुपए में 145 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जलालपुर, चार एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ललियापुरा, 65 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लाल टिपारा, आठ एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शताब्दीपुरम व एक एमएलडी बैजाताल पर यह ओसीइएमएस यानी सेंसर लगाए जा रहे हैं। आनलाइन कन्टूनियन इनफोंट मानिटरिंग सिस्टम सभी सीवेज प्लांट पर लगाए जाने के बाद गंदे पानी को ट्रीट करने के पैरामीटर जैसे पीएच, अम्लीय या क्षार, सीओडी, बीओडी, सीओबी, सीएच व पानी के फ्लो का माप करेगा। इतना ही नहीं वह शहर के करीब 12 वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड पर भी पैरामीटर के सभी बिंदुओं की जानकारी शहरवासियों को दिखाएगा।