महासमुंद । तेंदूपत्ता तोड़ाई के लिए समितियों द्वारा ग्रामीणों ने पिछले माह मार्च के दूसरे सप्ताह में शाख कर्तन का काम ख़त्म कर दिया गया है। इस बार तेंदूपत्ता की आवक बढ़ने की संभावना है। मानक बोरा दर बढ़ा दिए जाने से तेंदूपत्ता संग्राहकों का परिवार भी दिलचस्पी ले रहे हैं। मार्च महीने के लगते ही तेंदूपत्ता का सीजन शुरू हो जाता है। ग्रामीण और समितियां बूटा कटाई में जुट जाती हैं, ताकि उच्च गुणवत्ता वाली तेंदूपत्ता श्रमिकों को मिल सके। आगामी मई के प्रथम सप्ताह से संग्राहकों का परिवार तेंदूपत्ता तोड़ाई शुरू कर देगा।
वर्तमान में तेंदूपत्ता संग्रहण की स्थिति अच्छी बताते हुए लघु वनोपज संघ ने संग्रहण के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए अच्छी आवक की संभावना व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी अन्य जिलों की तुलना में सर्वाधिक संग्रहण का लक्ष्य रखा जाएगा। लघु वनोपज संघ की जो भी शुद्ध आय होती है। उस आय का 70 प्रतिशत उसके संग्राहकों में बोनस के रूप में वितरित कर दिया जाता है। वहीं तेंदूपत्ता तोड़ने श्रमिक भी पूरे मनोयोग से तैयार है।
विभागीय जानकारी अनुसार वर्ष 2023 तेंदूपत्ता संग्रहण के पूर्व इस जिला यूनियन के समस्त 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के 69 लॉटों में शाखकर्तन का कार्य अनुकुल मौसम में शाखकर्तन कार्य प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से 01 मार्च से 15 मार्च 2023 अवधि में सम्पन्न कराया गया, जिसका पारिश्रमिक 55 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से 50 लाख 21 हजार 500 रुपए का पारिश्रमिक भुगतान किया गया है।
तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य अनुमानतः मई के प्रथम सप्ताह में प्रारंभ होना है, जिसके लिये वनोपज संघ रायपुर द्वारा निविदा के माध्यम से समस्त 75 प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति के 69 लॉटों के लिये अग्रिम क्रेता नियुक्त किये जा चुके है। समिति के फड़ों पर संग्रहण कार्य सुचारू रूप से संपादन करने हेतु जोनल अधिकारी पोषक अधिकारी, फड़ अभिरक्षक एवं फड़ मुशियों की नियुक्ति की गई है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी तेन्दूपत्ता संग्राहकों को प्रति मानक बोरा 4000 रुपए संग्रहण पारिश्रमिक राशि संग्रहण लक्ष्य 91 हजार 300 मानक बोरा के विरूध्द वास्तविक संग्रहण मात्रा पर अनुमानित 36 करोड़ 52 लाख रूपए का भुगतान उनके बैंक खाता के माध्यम से किया जाएगा। विगत वर्ष 2022 में 95 हजार 400 मानक बोरा लक्ष्य के विरुध्द 83,596.215 मानक बोरा का संग्रहण किया गया है, जिसका संग्रहण पारिश्रमिक राशि 33 करोड़ 84 लाख रूपए 88 हजार 77 संग्राहकों को सीधा उनके बैंक खाता में भुगतान किया गया है।
तेन्दूपत्ता संग्रहण करने वाले संग्राहक परिवार को संघ / शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लभांवित किया गया है। इनमें शहीद महेन्द्र कर्मा तेन्दूपत्ता सामाजिक सुरक्षा योजनातर्गत योजना प्रारंभ तिथि 05 अगस्त 2020 से दिसम्बर 2022 तक 580 हितग्राहियों को 8 करोड़ 93 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। इसी प्रकार सामाजिक सुरक्षा अनुदान योजनांतर्गत योजना प्रारंभ तिथि 01 अप्रैल 2020 से जनवरी 2023 तक 306 हितग्राहियों को 37 लाख 72 हजार रूपए का भुगतान किया गया है।
लघु वनोपज संघ ने वर्तमान में तेंदूपत्ता संग्रहण की स्थिति अच्छी बताते हुए कहा कि संग्रहण के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए अच्छी आवक की संभावना व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी अन्य जिलों की तुलना में सर्वाधिक संग्रहण का लक्ष्य रखा जाएगा। लघु वनोपज संघ की जो भी शुद्ध आय होती है। उस आय का 70 प्रतिशत उसके संग्राहकों में बोनस के रूप में वितरित कर दिया जाता है। वहीं तेंदूपत्ता तोड़ने श्रमिक भी पूरे मनोयोग से जुट गए हैं।