नई दिल्ली: इस साल गर्मी का सितम कुछ पहले शुरू हो गया। जल्दी गर्मी आई तो समय से पहले ही पंखे, कूलर, एसी और फ्रिज की बिक्री शुरू हो गई। ऑनलाइन कंपनियों ने तो मार्च के अंतिम सप्ताह से ही इन चीजों का सेल शुरू कर दिया। अभी भी अधिकतर ई-कामर्स कंपनियों का सेल चल ही रहा है। वे तरफ-तरह के ऑफर से ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। आपको पता है कि आजकल लोग किस तरह के कूलिंग मशीन या उपकरण पसंद कर रहे हैं? हम आपको बता रहे हैं कि महानगरों और शहरों में लोगों की पसंद क्या है।
वही मशीन पसंद जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के हो
ई-कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने इस बारे में एक स्टडी की है। उसके अनुसार, कस्टमर ऐसे कूलिंग उपकरणों को पसंद करते हैं जो ऊर्जा-दक्ष हों। इसके साथ ही वे लेटेस्ट टैक्नोलॉजी से लैस हो। मतलब कि वे वाईफाई-सक्षम सुविधाओं के साथ हों, उनमें फ्रॉस्टवॉश तकनीक, बॉटम माउंट फ्रिजर्स, रिमोट कंट्रोल, कन्वर्टिबल टेक्नोलॉजी और इन्वर्टर कम्पैटिबिलिटी जैसी सुविधा हो। इसके साथ ही लोग स्टार रेटिंग भी देख रहे हैं। जितना ज्यादा स्टार, मतलब कि वह मशीन उतनी कम बिजली खर्च करेगी।
किस तरह के पंखे बिक रहे हैं
एसी और कूलर कहां खूब बिक रहे हैं
पहले गर्मी के दिनों में लोग एयर कूलर खरीदते थे। अब लोग इसके स्थान पर एसी पसंद कर रहे हैं। हां, अभी भी कुछ लोग एसी के बजाय कूलर को ही तवज्जो दे रहे हैं। अब तो एयर कूलर में भी काफी वेरायटी आने लगी है। फ्लिपकार्ट का कहना है कि अभी मेट्रो और गैर-मेट्रो शहरों में इस समय कूलर, एसी और फ्रिज खूब बिक रहे है। इस समय बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, नई दिल्ली, पुणे, पटना और वाराणसी में कूलिंग उपकरणों की मांग सबसे अधिक है। इन शहरों के अलावा अन्य शहरों तथा कस्बों में भी इन चीजों की मांग बढ़ रही है। अब तो गांव-गांव में कूलिंग उपकरणों की बिक्री खूब हो रही है।
छोटे शहरों में भी बढ़ी मांग
इस आंकड़ों से पता चलता है कि इन दिनों एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर, पंखे और कूलर सहित सभी प्रकार के कूलिंग उपकरणों की मांग में छोटे शहरों में भी खूब बढ़ रही है। ग्राहक उन्नत और स्मार्ट क्षमता वाले उपकरणों पर अधिक खर्च करने को तैयार हैं। टियर 2+ शहरों में एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर क्रमश: 1.3 गुना और 1.4 गुना की वृद्धि देखी गई है। अन्य श्रेणियों में, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर एयर कूलर में 2 गुना और पंखों में 1.4 गुना वृद्धि देखी गई।