इस्लामाबाद: पाकिस्तान की आर्मी के मुखिया जनरल आसिम मुनीर अगले चार दिनों तक चीन में होंगे। सेना की तरफ से एक बयान में बताया गया है कि वह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के मकसद से चीन गए हैं। माना जा रहा है कि यहां पर जनरल चीन को और कर्ज देने के लिए कह दे सकते हैं। यह बात भी दिलचस्प है कि मुनीर का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की तरफ से वित्तीय भरोसा हासिल न होने की बात कही जा रही है। मुनीर से पहले आईएसआई के मुखिया भी चीन के दौरे पर गए थे।
इस साल जनवरी में जनरल असीम मुनीर ने अपनी नियुक्ति के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा की थी। वह सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर गए थे। जनरल मुनीर चार से 10 जनवरी तक अपने पहले विदेशी दौरे पर थे। पिछले ही हफ्ते, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जनरल असीम मुनीर के उन प्रयासों की तारीफ की है जिसके तहत वह देश के लिए वित्तीय प्रतिबद्धताएं हासिल करने में सफल रहे हैं। आईएमएफ की तरफ से बेलआउट पैकेज को हासिल करने के लिए यह सबसे बड़ी शर्त थी कि पाकिस्तान के चीन, सऊदी अरब और यूएई की तरफ से उसे वित्तीय भरोसा मिल सके।
यह बात भी गौर करने वाली है कि जनरल मुनीर ऐसे समय में चीन पहुंचे हैं जब पिछले दिनों एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। पिछले दिनों पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहिस्तान जिले में ईशनिंदा के आरोप में एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किए गया है। इस चीनी नागरिक को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। सुरक्षा चिंताओं के कारण सेना के हेलीकॉप्टर से उन्हें एबटाबाद भेजा गया था। पुलिस को डर था कि स्थानीय लोग उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं।
पीएम शहबाज ने की तारीफ
गठबंधन दलों की एक बैठक को संबोधित करते हुए शहबाज ने कहा कि आईएमएफ समझौता अपने अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा था सेना प्रमुख ने इस संबंध में बहुत प्रयास किए जिसमें मित्र देशों से वित्तीय प्रतिबद्धताओं को सुरक्षित करना सबसे अहम है। पीएम शरीफ के बयान से पहले वित्त मंत्री इशाक डार ले एक ऐलान किया था। उन्होंने बताया था कि यूएई ने पाकिस्तान को एक बिलियन डॉलर देने का भरोसा दिया है। जबकि सऊदी अरब ने पहले ही दो अरब डॉलर के कर्ज की गारंटी दी थी।
सूत्रों की मानें तो जनरल मुनीर उच्च सुरक्षा वाले प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। यहां पर सेना प्रमुख दोनों सहयोगियों के बीच सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करेंगे। दोनों पक्ष चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर (CPEC) की सुरक्षा के साथ ही दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग पर भी बात करेंगे। हाल के हफ्तों में चीन का दौरा करने वाला यह दूसरा उच्च स्तरीय सैन्य प्रतिनिधिमंडल होगा। इस महीने की शुरुआत में आईएसआई के मुखिया नदीम अंजुम ने भी 11-12 अप्रैल को चीन का दौरा किया था। पिछले महीने जनरल असीम मुनीर ने अपनी ग्वादर यात्रा की थी। उस दौरान उन्होंने कई प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया था। उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति, प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारियों के साथ ही सीपीईसी की सुरक्षा के अलावा देश में शांति और सुरक्षित वातावरण के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया गया था।