इस्लामाबाद : पाकिस्तान में दो महिलाओं की कॉल रिकॉर्डिंग लीक होने से भूचाल आ गया है। ये दोनों कोई आम महिलाएं नहीं हैं। इनमें एक पाकिस्तान के चीफ जस्टिस की सास हैं और दूसरी मुल्क के एक बड़े वकील की पत्नी। फोन कॉल पर ये महिलाएं टी पार्टी या लंच के बजाय राजनीति, चुनाव और मार्शल लॉ के बारे में बात करती सुनाई दे रही हैं। पाकिस्तान के जैसे हालात हैं, इस रिकॉर्डिंग से बवाल तो होना ही था। पाकिस्तान में ऑडियो लीक का एक लंबा इतिहास रहा है। राजनीति के बड़े-बड़े चेहरों की कथित बेहद प्राइवेट बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।
‘चुनाव नहीं हुए तो लगेगा मार्शल लॉ’
महजबीन सीजेपी के लिए अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहती हैं कि वह उनके लिए दुआ कर रही हैं। साथ ही चीफ जस्टिस की ओर से 14 मई को पंजाब में चुनाव कराने के आदेश के बाद अदालत और सरकार के बीच ताजा विवाद में बंदियाल को अपना समर्थन देती हैं। पाकिस्तान में प्रांतीय चुनाव को लेकर शहबाज सरकार और शीर्ष अदालत आमने-सामने हैं। ऑडियो में महजबीन बताई जाने वाली महिला कहती है कि चुनाव जल्द से जल्द कराए जाने चाहिए। इस पर राफिया जवाब देती हैं, ‘चुनाव… देखिए अगर ये नहीं हुए तो मान लीजिए कि (मार्शल लॉ) लगेगा। वे (शहबाज सरकार) नहीं रह सकते, बस।’
‘इमरान खान को सत्ता में वापस लाने की कोशिश’
महजबीन कहती हैं, ‘वे मार्शल लॉ लगाने के लिए भी तैयार नहीं हैं।’ इस पर राफिया जवाब देती हैं, ‘वे तैयार हैं।’ ऑडियो में दोनों महिलाएं लाहौर में एक रैली में शामिल होने वाले हजारों लोगों के बारे में भी बात करती हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विशेष सहायक अता तरार ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऑडियो क्लिप शेयर करते हुए लिखा, ‘संविधान और कानून को परिवारों की खातिर रौंदा गया है। चीफ साहब के परिवार समय से पहले चुनाव कराकर इमरान खान को सत्ता में वापल लाने की कोशिश कर रहे हैं।’