आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामकिशोर कावरे ने अधिकारियों की विभागीय जाँच में देरी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र से मिलने वाली राशि का योजनाओं में शत-प्रतिशत उपयोग किया जाये। राज्य मंत्री श्री कावरे मंगलवार को मंत्रालय में विभागीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री कावरे ने विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया की लगातार समीक्षा किये जाने के निर्देश दिये। बताया गया कि 200 हेल्थ वेलनेस सेंटर विकसित किये जाने हैं। इसके अलावा 50 बिस्तरीय वेलनेस सेंटर बनाये जाने की भी मंजूरी प्राप्त हो गई है। आयुष संस्थाओं में दवाओं की नियमित पूर्ति हो, इसके लिये पर्याप्त बजट की व्यवस्था रखी गई है। प्रदेश में 562 हेल्थ वेलनेस सेंटर संचालित किये जा रहे हैं।
आयुष विभाग और हार्टफुलनेस संस्था के बीच अनुबंध
आयुष विभाग एवं संस्थान के माध्यम से आयुष विभाग की गतिविधियों को और सुदृढ़ करने के लिये एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। इस अनुबंध के बाद प्रदेश के आयुष विभाग द्वारा संचालित 562 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर नागरिकों को योग, ध्यान, तनाव मुक्ति और पोलेरिटी तकनीक संबंधी सेवाएँ नि:शुल्क प्रदान की जाएंगी।
हार्टफुलनेस संस्थान योग एवं आध्यात्म के माध्यम से दुनिया के 160 से अधिक देशों में तनावमुक्त एवं ध्यान संबंधी प्रशिक्षण नि:शुल्क उपलब्ध करा रहा है। आयुष विभाग 35 जिला अस्पतालों, 9 महाविद्यालयों तथा 562 स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्रों पर चरणबद्ध तरीके से कार्यक्रम करेगा। साथ ही संस्थान विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रशिक्षण के विशेष सत्र आयोजित करेगा। आज हुए अनुबंध में प्रमुख सचिव आयुष श्री फैज अहमद किदवई और हार्टफुलनेस सेंटर की ओर से उनके प्रतिनिधि श्री गजेन्द्र सिंह द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। आयुक्त आयुष श्रीमती सोनाली वायंगणकर, डीआईजी प्रशासन सुश्री रूचिवर्द्धन मिश्रा, उप सचिव श्री पंकज शर्मा, उप संचालक डॉ. राजीव मिश्रा भी उपस्थित थे।