90 के दशक में बॉलीवुड में कोई डिंपल गर्ल थी तो वो प्रीति जिंटा थीं। गालों पर पड़ने वाले गड्ढे, खिलखिलाती मुस्कान, आंखों की चमक और कर्ली बाल… इसी से वो पहचानी जाती थीं। और एक्टिंग भी लाजवाब। उन्होंने 25 साल पहले मणिरत्नम की मूवी ‘दिल से’ से एक्टिंग करियर की शुरुआत की और फिर ‘वीर जारा’, ‘कोई मिल गया’, ‘कभी अलविदा ना कहना’ सहित कई हिट मूवीज दीं। हिंदी के अलावा प्रीति ने पंजाबी, तेलुगू और इंग्लिश मूवीज में भी काम किया। ये तो रही प्रोफेशनल लाइफ की बात। अब अगर उनकी निजी जिंदगी में झांके तो वो बहुत दर्द से गुजरी हैं। जब 13 साल की थीं, तब पिता का रोड एक्सीडेंट हुआ और वो चल बसे। दो साल तक मां कोमा में चली गईं। प्रीति पर छोटे भाई की जिम्मेदारी आ गई। वो अचानक से मेच्योर हो गईं। पर इस हादसे से पहले वो बहुत चुलबुली हुआ करती थीं। एक बार उन्होंने बताया था कि वो बचपन में इतनी जिद्दी और शरारती थीं कि मां का अंडरगार्मेंट पहन उसमें संतरे लगा लिए और सबके सामने चली गईं। इस कारण उनकी मां को बहुत शर्मिंदा होना पड़ा था। उन्होंने ऐसा क्यों किया था, आइये जानते हैं।
Preity Zinta का जन्म 31 जनवरी 1975 को शिमला, हिमाचल प्रदेश में एक हिंदू राजपूत फैमिली में हुआ था। उनके पिता दुर्गानंद जिंटा इंडियन आर्मी में ऑफिसर थे। जिस कार एक्सीडेंट ने उनकी जान ली, उस हादसे में प्रीति कि मां नीलप्रभा भी बुरी तरह घायल हुई थीं और कोमा में चली गई थीं। वो दो साल तक बिस्तर पर रहीं। इस हादसे ने प्रीति की जिंदगी पूरी तरह से बदलकर रख दी थी। जिम्मेदारियों के बोझ तले वो बहुत बड़ी हो गईं। उनके एक बड़े भाई थे दीपांकर और एक छोटा भाई था मनीष। दीपांकर इंडियन आर्मी में ऑफिसर हैं और मनीष कैलिफोर्निया में रहते हैं।
क्लब में जाने की करने लगीं जिद
पैरेंट्स के साथ हुई इस दुर्घटना से पहले प्रीति जिंटा टॉमब्वॉय हुआ करती थीं। उस समय उन्हें सबकुछ जानने और करने की जिज्ञासा होती थी। उन्होंने ‘सिमी ग्रेवाल’ के शो में एक चौंकाने वाली हरकत का खुलासा किया था और बताया था, ‘मैंने एक दिन मॉम से कहा कि मुझे भी पार्टी में चलना है। मां ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के बच्चे वहां नहीं जा सकते। उन्हें परमिशन नहीं है। उस समय मैं शायद 12 साल की थी।’