नई दिल्ली: एनपीएस (National Pension System) चुनने वालों को रिटायरमेंट पर उनकी आखिरी सैलरी के आधे तक पेंशन पाने का मौका मिल सकता है। इसे सुनिश्चित करने के लिए एक व्यक्ति को दो-तीन दशकों तक निवेश करने की जरूरत है, जिससे उसे पेंशन के रूप में अंतिम वेतन का 50 फीसदी तक मिल सके। बता दें कि एनपीएस निवेश का एक जरिया है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि रिटायरमेंट के बाद भी लोग अपना खर्च उठा सकें। इसमें इक्विटी से कम जोखिम है और पीपीएफ या फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा रिटर्न है। आप एनपीएस में आखिरी सैलरी की 50 फीसदी तक पेंशन कैसे हासिल कर सकते हैं। इसके बारे में एक्सपर्ट्स ने बताया है। पेंशन फंड रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के अध्यक्ष दीपक मोहंती ने बताया है कि वह नए पेंशन रेगुलेटर के रूप में अपनी योजना की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं। इसमें ग्राहकों के लिए हाई रिटर्न हासिल करने नए ऑप्शन शामिल हैं।
एकमुश्त इनकम के लिए अच्छा ऑप्शन
दीपक मोहंती के मुताबिक, सामाजिक सुरक्षा सभी के लिए होनी चाहिए। यह पेंशन के जरिए हो सकती है। उन्होंने बताया कि पेंशन साक्षरता में सुधार की जरूरत है। इसके लिए वह एचआर डिपार्टमेंट्स के साथ जुड़ रहे हैं। वह एनपीएस (National Pension Scheme) के लिए मध्यस्थ के रूप में शामिल होने को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। एनपीएस (National Pension System) एकमुश्त आय के लिए भी अच्छा है। उन्होंने बताया कि प्राइवेट और वॉलेंटरी एनपीएस (National Pension System) सेगमेंट में 10 लाख ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया गया है। इस साल इसे बढ़ाकर 13 लाख करने की योजना बनाई जा रही है। वह इसे और सुधारने की कोशिश करेंगे।
15 वर्षों में 12 फीसदी का रिटर्न दिया
इक्विटी के लिए पेंशन योजना ने 15 वर्षों में लगभग 12% रिटर्न दिया है। सरकारी योजना ने वार्षिक आधार पर 9.4% से ज्यादा रिटर्न दिया है। लेकिन एन्युटी पर मिलने वाला रिटर्न अपेक्षाकृत कम है। दीपक मोहंती के मुताबिक इसके लिए एक पेंशन प्रोडक्ट की जरूरत है जो मासिक, त्रैमासिक या सालाना इनकम पर ज्यादा रिटर्न दे सके। बताया कि कानून में भी बदलाव की जरूरत है। वह 60 और 75 वर्षों के बीच एक सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान के लिए मौजूदा ढांचे के भीतर काम कर रहे हैं, जहां आप रिटायरमेंट फंड का 60% तक निवेश कर सकते हैं।