पटना/ बिहार/ समस्तीपुर ।पुलिस ने किया सुजीत कुमार चौधरी हत्याकांड मे एक अपराधी निक्की कुमार हथियार के साथ किया गिरफ्तार।
रत्नेश कुमार एवं अन्य दो अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी जारी।
अपने दोस्त सुधीर
घटना का विवरण दिनांक- 10.0723 को दिन के समय करीब 10:30 बजे बंगरा थानान्तर्गत राजधानी रोड से सटे सिरसिया गाँव में मोख्तियारपुर, दलसिंसराय निवासी सुजीत कुमार चौधरी को अपना दुकान का निर्माण करवाने के दौरान दो मोटरसाईकिल पर सवार 04 अज्ञात अपराधकर्मियों के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले की गंभरीता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर के द्वारा घटना का उदभेदन हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर के नेतृत्व एस0आई0टी0 का गठन किया। एस०आई०टी द्वारा तकनीकी अनुसंधान
एवं मानवीय आसूचना संकलन के आधार पर घटना में संलिप्त आपराधकर्मी निक्की कुमार को कांड में प्रयुक्त
हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है। घटना में संलिप्त अपराधकर्मी रत्नेश कुमार, विक्की कुमार एवं
सूरज कुमार की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी कि जा रही है जल्द ही दोनों अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
गिरफ्तार अपराधकी निक्की कुमार से पूछ-ताछ एवं अनुसंधान के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि कांड का मुख्य अपराधकर्मी रत्नेश कुमार एवं मृतक सुधीर कुमार चौधरी अच्छे दोस्त है जो एक साथ इंफाल में रहकर काम करते थे। चूँकि अच्छे दोस्त थे तो रत्नेश कुमार का मृतक के घर पर आना जाना था इसी क्रम में रत्नेश कुमार का मृतक के पत्नी के साथ जान पहचान हुई फिर बाचचीत होने लगा। बाचचीत होते होते दोस्ती प्यार में बदल गया और फिर दोनों सुधीर कुमार चौधरी से चोरी छिपे मिलने जुलने लगे। रत्नेश कुमार मृतक की पत्नी से शादी करना चाहता था जिसके बीच में मृतक सुधीर कुमार चौधरी बाधा बन रहा था। सुधीर कुमार चौधरी को रास्ते से हटाने के लिये रत्नेश कुमार के द्वारा सुधीर कुमार चौधरी की हत्या की एक खौफनाक साजिश रची गयी । रची गयी साजिश के तहत रत्नेश कुमार ने विशाली जिला के 03 शूटरो को 02-02 लाख रूपया काम होने के बाद देने की बात कहकर बुलाया गया। चारों अपराधकर्मियों के द्वारा मिलकर घटना की तिथि को राजधानी रोड से सटे सिरसियों गाँव में अपने दुकान का निर्माण कराने के दौरान सुधीर कुमार चौधरी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। किसी को शक न हो इसके लिये हत्या के बाद आरोपी रत्नेश कुमार मृतक सुधीर कुमार चौधरी के पोस्टमार्टम के वक्त भी मौजूद रहा एवं इनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। जिसके कारण मृतक के घर वालों को रत्नेश कुमार पर थोड़ा भी शक नहीं हुआ। घटना के बाद मृतक की पत्नी के द्वारा शटर बनाने वाले मो० शहजाद को नामजद करते हुये कत्ल की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी क्योंकि कुछ दिन पहले मो० शहजाद से मृतक की बाता बाती हुई थी परंतु एस०आई०टी के द्वारा मानवीय आसूचना संकलन एवं तकनीकी अनुसंधान के आधार पर कुशल अनुसंधान करते हुये घटना का खुलासा किया गया। बरामद हथियार के संबंध में अलग से भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है।