बाल भारती के पदाधिकारियों को दिलाई गई शपथ14 अगस्त दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट द्वारा संचालित रामनाथ आश्रमशाला पीली कोठी चित्रकूट में सोमवार को अखण्ड भारत स्मृति दिवस मनाया गया इस अवसर पर विद्यालय की नवनियुक्त बालभारती का शपथ ग्रहण कार्यक्रम भी किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं रामनाथ आश्रम शाला के सचिव प्रो० अमरजीत सिंह जी एवं दीनदयाल शोध संस्थान के शैक्षणिक अनुसंधान केन्द्र के संयोजक श्री कालिका प्रसाद श्रीवास्तव रहे।सर्वप्रथम विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री अनन्तराम जी ने अखण्ड भारत दिवस पर प्रकाश डाला और बतलाया कि- अखण्ड भारत दिवस मनाने का उदेश्य यह है कि हमको विस्मृत में हो जाए कि हमारे अखंड भारत के सात टुकड़े हो गए है। आज का दिन इतिहास के पन्नों को पलटकर यह देखने का है कि यह दुर्भाग्य क्यों हुआ। मुस्लिम आक्रान्ताओं से लेकर अंग्रेजों तक सोने की चिड़िया को लूटने के इरादे से आक्रमण होते रहे। हमारी सभ्यता और संस्कृति में आक्रमण कर भारत को तहस नहस किया दिया। अंग्रेजों ने अंतिम के 90 वर्षों में भारत को सात टुकड़ों में तोड़ दिया। हम सब को मिलकर रहना चाहिए ताकि भारत फिर से गुलाम न हो।इसके पश्चात अतिथियों द्वारा बालभारती पदाधिकारियों को शपथ ग्रहण कराया गया। बाल भारती अध्यक्ष भैया कृष्णपाल ने अपना प्रथम उदबोधन दिया और संकल्प लिया कि विद्यालय के विकास के लिए हर संभव प्रयत्न करुगा।मुख्य अतिथि प्रो. डा. अमरजीत सिंह जी ने कहा-यह विद्यालय मात्र शिक्षा प्राप्त करने का केन्द्र नहीं है वरन यह विद्यालय छात्रों को विवेकशील, धर्मनिष्ठ, अपनी संस्कृति, धर्म व परम्पराओं के प्रति श्रद्धा के साथ एक अच्छा नागरिक बनाने का केन्द्र है। उन्होंने कहा कि हमे अपने देश को फिर से गौरवशाली एवं परमवैभवी बनाना है। ‘इसके लिए हमें उस ऊंचाई तक भारत को ले जाना है। ताकि विदेशों से यहाँ ज्ञान विज्ञान लेने आए। हमें अपने भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने का संकल्प लेना है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दीनदयाल शोध संस्थान के शैक्षणिक प्रकल्प प्रमुख श्री कलिका श्रीवास्तव ने कहा कि विद्यालय को परम ऊंचाई में ले जाना है तो गट पद्धति द्वारा ले जाया जा सकता है। छात्रों को बालभारती में अलग-अलग विभागों के माध्यम से शिक्षकों के साथ काम करने की कला सिखाया जाता है। परस्पर पूरकता का भाव एवं दायित्व बोध कराया जाता है। विद्यालय नित नई ऊंचाइयों को छुए उसके लिए तीन बातों पर कार्य करना चाहिए- अच्छी नीति, सच्ची नियति, परम निष्ठा। सभी को मिल जुलकर कार्य करना चाहिए।विद्यालय के प्राचार्य श्री सत्यराम यादव के द्वारा नवनियुक्त बालभारती पदाधिकारियों को बधाई दी और सच्ची लगन व निष्ठा से कार्य करने का आर्शीर्वाद दिया और अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन वन्देमातरम के साथ किया गया।