जमुई/पटना: लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास के सुप्रीमो व जमुई के सांसद चिराग पासवान ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है।
गुरुवार को खैरा में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद चिराग पासवान ने कहा कि एक दल में रहते हुए दूसरे दल की तरफ देखना नीतीश कुमार की पुरानी आदत है।
चिराग पासवान ने नीतीश को घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार जब एनडीए में थे, तब लालू के भोज में शामिल होने चले गए थे। आज जब वह महागठबंधन में हैं, तब वह दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि समारोह में शामिल होने दिल्ली चले गए।
यही कारण है कि नीतीश कुमार को अब उनके ही गठबंधन में तरजीह नहीं मिलती है, क्योंकि लोग उनकी इस आदत से वाकिफ हो चुके हैं।
चिराग ने कहा, अब जब यह लगने लगा है कि एक दिन चुनाव में उनके गठबंधन की हार हो जाएगी, तब उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की याद आ गई है। पिछले पांच साल में एक बार भी उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी याद नहीं आए। वह एनडीए में शामिल होना चाहते हैं और इसी की फरियाद लेकर दिल्ली गए थे।
परिवारवाद पर कही ये बात
नेपोटिज्म को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब चिराग पासवान ने कहा, ”मैं कह सकता हूं कि मैं खुद भी उसी से निकला हूं और खुद उसी का पीड़ित भी रहा हूं। मुझे मेरे परिवार की तरफ से जितना कुछ सहने को मिला है, यह कहने की बात नहीं है।”
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया कि अगले साल वहां खड़े होकर तिरंगा फहराएंगे। इसके बाद से विपक्षी दलों में फ्रस्ट्रेशन देखने को मिल रहा है और यही कारण है कि सुरजेवाला जैसे वरिष्ठ नेता भी अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।
बिहार में सभी 40 सीटें जीतेंगे
उन्होंने कहा कि साल 2014 में एनडीए गठबंधन को जितनी सीटें मिली थीं, साल 2019 में उससे अधिक सीट मिली। साल 2024 में इससे भी बेहतर प्रदर्शन होगा। बिहार में हमारा गठबंधन सभी 40 सीटें जीतेगा। हम जनता के बीच रहने वाले लोग हैं और जनता ने ही हमें यह भरोसा दिलाया है।
चाचा पशुपति को लेकर कह गए यह बात
हाजीपुर सीट को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में चिराग पासवान ने कहा कि किसी भी सीट पर दावा पेश करना गठबंधन के अंदर की बात होनी चाहिए।
चाचा पशुपति पारस का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उन्होंने अपने गठबंधन के सामने अपना दावा पेश किया फिर जनता के बीच बात रखी। बाकी दावेदार को भी इसी तरह से गठबंधन के अंदर अपना दावा प्रस्तुत करना चाहिए।
बता दें कि जेपी सेनानी शंकर पासवान के निधन के उपरांत चिराग पासवान गुरुवार को उन्हें श्रद्धांजलि देने खैरा पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात की। इस दौरान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के जिला अध्यक्ष जीवन सिंह, चंदन सिंह, स्व. शंकर पासवान के पुत्र पंकज पासवान सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।