नाहन : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस साल की बरसात प्रदेश के हजारों परिवारों को ऐसे घाव दे गई, जिनकी पूर्ति मुमकिन नहीं है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को सिरमौर जिला के तीन विधानसभा क्षेत्रों -पांवटा, शिलाई, तथा नाहन के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे जहां हजारों प्रभावित लोगों ने अपनी-अपनी फरियाद उनके समक्ष रखी। मुख्यमंत्री ने रास्ते में उन सभी स्थलों का निरीक्षण किया जहां बादल फटने की घटना, बाढ़ व भूस्खलन के कारण बड़ी तबाही हुई है।
परिवार को की एक लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा
शिलाई विधानसभा क्षेत्र के अंबौन में मुख्यमंत्री ने गत दिनों भारी बाढ़ की चपेट में आए 22 मकानों के प्रभावित प्रत्येक परिवार को एक लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नारीवला पहुंच कर सिरमौरी ताल में बादल फटने से अपने परिवार के पांच सदस्यों को खो चुके विनोद कुमार के घर जाकर सांत्वना भी दी।
विनोद का पूरा परिवार सिरमौरी ताल में आई भयंकर बाढ़ के कारण मकान सहित दब गया था और 5 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने विनोद कुमार तथा उसके परिवार को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री सिरमौर ताल में बेघर हुए 17 परिवारों को सरकार द्वारा प्रदान किए गए शेल्टर होम भी गए और प्रत्येक परिवार की समस्या को सुना। उन्होंने सभी बेघर परिवारों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रशासन को निर्देश दिए।
बादल फटने के कारण आई बाढ़ से हुआ प्रभावित
मुख्यमंत्री ने नाहन विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कंडईवाला पहुंचे। इस क्षेत्र में लगभग डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र बादल फटने के कारण आई बाढ़ से प्रभावित हुआ है, जिसमें मकानों समेत लोगों की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने सड़क में कलवर्ट और नालियां बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने सड़क के दोनों ओर से मलबा भी तुरंत हटाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने इमरान तथा बिंदरो देवी, जिनकी बाढ़ में बहने से मृत्यु हो गई थी, उनके परिजनों को प्रत्येक को 3:45 लाख रुपए के चेक प्रदान किए। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि सिरमौर जिला में अभी तक कुल 372 करोड रुपए का नुकसान हुआ है। 21 लोग काल का ग्रास बने और 22 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि 40 मकान पूरी तरह से मलबे में दबकर तबाह हो गए, जबकि 35 पशुधन की मौत हुई है।