बुंदेला पर लगता आया फूलछाप कांग्रेसी का दाग… पार्टी ने फिर भी नवाजा ।
बुंदेला को मिली भोपाल से हरी झंडी ….धार विधानसभा में सक्रिय हुए कुलदीप सिंह बुंदेला ।
बुंदेला पर लगता आया फूलछाप कांग्रेसी का दाग… पार्टी ने फिर भी नवाजा ।
धार : मध्यप्रदेश में अब विधानसभा चुनाव बेहद करीब है । तमाम राजनीतिक पार्टियां अपना जमीनी बर्चस्व दिखाने के लिए तैयार है। बीजेपी ने तो लगभग 39 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए है। ऐसे में कांग्रेस ने फिलहाल कोई अधिकृत सूची जारी नही की लेकिन धार विधानसभा की सियासत में कांग्रेस में एक खबर ने हलचल मचा रखी है। गौरतलब है की धार विधानसभा से कुलदीप सिंह बुंदेला का टिकट फाइनल हो चुका है ऐसा हमारे विश्वस्त सूत्रों का दावा है। बुंदेला समर्थक भी इस बात का जश्न मना रहे हैं। जानकारी के अनुसार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुंदेला के नाम की हरी झंडी भोपाल में उस वक्त दी जब कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार और कुलदीप बुंदेला कमलनाथ से मिलने भोपाल पहुंचे थे। इस खबर के बाहर आते ही बुंदेला समर्थक आत्मविश्वास से फूले नहीं समा रहे है। बुंदेला ने भी अपने टिकट को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। साथ ही अब बुंदेला ने क्षेत्रों में चुनावी भ्रमण भी गोपनीय रूप से शुरू कर दिया है वे जनता के बीच खुद को विधायक बनाने की अपील कर रहे है।
बुंदेला को टिकट हाईकमान की गलती , पिछले चुनाव में भीतरघात कर चुके बुंदेला।
हालांकि इस बीच कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और गौतम समर्थक अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे है। गौतम समर्थकों का कहना है की जिस बुंदेला परिवार ने पिछले 25 सालों से बीजेपी को सहारा दिया हो उनका समर्थन कर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया हो अगर पार्टी उन्हे टिकट देगी तो यह विधानसभा के सभी कांग्रेसियों के साथ अन्याय होगा। टिकट फाइनल होने की बात चर्चा में आते ही कई राजनीतिक पंडित भी बुंदेला को फूल छाप कांग्रेसी बता रहे हैं।
कई सालों से रहे निष्क्रिय अब चुनाव आते ही विधानसभा में भ्रमण जारी।
खैर इस बात में कोई दो राय नहीं है की कुलदीप सिंह बुंदेला का कांग्रेस प्रेम अभी कुछ सालों में नजर आने लगा है । चुनावी माहौल बनाने के लिए अब बुंदेला जहां कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगा रहे है वहीं बुंदेला कुछ वर्षों पूर्व तक भाजपाइयों के साथ दावत लूटते भी नजर आ चुके है। बुंदेला ने पिछले चुनावों में किस तरह गौतम परिवार की बगावत खुलेआम की यह भी किसी से दबा छिपा नही है। कुल मिलाकर अगर बुंदेला और उनके समर्थकों की बात में दम है और टिकट फाइनल जो चुका है तो कांग्रेस को इस सीट पर काफी नुकसान झेलना पड़ेगा।
बुंदेला के टिकट पर कइयों को आपत्ति ।
वहीं टिकट फाइनल होने की खबर के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जिला अध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार और प्रभारी धार निर्मल मेहता पर भी नाराजगी जाहिर करते नजर आए । आरोप है की जिला अध्यक्ष और प्रभारी बुंदेला के लिए काम कर रहे है गौतम समर्थक कार्यकर्ताओं और नेताओं की रोजाना अनदेखी की जा रही हैं । खैर इस आरोप और प्रत्यारोप के बीच बुंदेला की उत्सुकता ही उनका नुकसान कर रही है जब तक पार्टी ने अधिकृत रूप से हरी झंडी नही दी तब तक चुप रहना था ढिंढोरा पीट कर बुंदेला ने दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं से बैर ले लिया है। अपने ही पार्टी के दूसरे नेताओं को नीचा दिखाने के चक्कर में बुंदेला यह भूल गए की विधानसभा जीतने के लिए पीथमपुर के मतदाताओं से जुड़ना जरूरी है और यहां बनी नगरपालिका गौतम के नेतृत्व का कमाल रही ऐसे में यहां अकेले बुंदेला का जादू चलना लगभग मुस्किल है । 25 हजार से अधिक वोट गौतम के वोट बैंक माने जाते हैं । ऐसे में अपने जी पार्टी के वरिष्ठों से तालमेल न बन पाना बुंदेला के लिए खतरा बन सकता हैं और इस अतिउत्साही राजनीति के चक्कर में धार विधानसभा सीट एक बार फिर कांग्रेस के हाथ से फिसल जायेगी।