यूपी के कानपुर पहुंचे कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने एक बार फिर जामा मजिस्द का मुद्दा उठाया. कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि ज्ञानवापी की तरह ही आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों की जांच कराई जाए. अगर सीढ़ियों के नीचे केशव जी के विग्रह मिलते हैं तो हमें लौटा दिया जाए, नहीं निकलने पर नुकसान की भरपाई कर दूंगा.
माजर ए आलम की किताब में मिल जाएगा प्रमाण
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि औरंगजेब ने 1670 में मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मंदिर को तोड़ दिया था. वहां निकली केशव देव की मूर्ति को आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबवा दिया. देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि यह हम नहीं मुस्लिम इतिहासकार अपनी किताबों में लिख गए हैं, जिसका प्रमाण माजर ए आलम की किताब में है.
सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि हम भाईचारा निभा रहे हैं, लेकिन भगवान का अपमान नहीं सह सकते. कोर्ट से हमारी अपील है कि ज्ञानवापी की तरह ही आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों से द्वार तक जांच करवाई जाए. देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वह केशव जी की छवि हम लेकर रहेंगे. हिंदू धर्म सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे. उन्होंने कहा जो राम का नहीं वह हमारे किसी काम का नहीं.
कोर्ट में भी दायर की है अपील
बता दें कि इससे पहले भी कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जामा मस्जिद की सीढ़ियों को खुदवाने की मांग की है. इतना नहीं उन्होंने जामा मस्जिद की सीढ़ियों की जांच कराने के लिए कोर्ट में अपील भी की है.