गोपालगंज: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजप्रताप यादव के साथ अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे। वहां स्थित दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना की। इसी दौरान, हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए लालू यादव को बारिश से बचने के लिए छाता अपने हाथ मे लिए साथ-साथ चलते नजर आए।
लालू यादव को बारिश से बचाने के लिए छाता लिए चल रहे एसडीपीओ अनुराग कुमार की तस्वीरें सामने आने पर सियासी घमासान मच गया।
सवाल यह हैं कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारी की किसी राजनीतिक दल के व्यक्ति को छाता कैसे लगा सकता है, जबकि लालू यादव के साथ खुद सुरक्षा के लिए दूसरे अधिकारी व निजी सहायक तैनात है।
तस्वीरों पर सियासी बवाल बढ़ता देखकर हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि तेज बारिश हो रही थी। उनके पास हथियार है और उसकी सुरक्षा के लिए हमने छाता लगाया था। सुरक्षा को देखते हुए लालू यादव के साथ चलना था।
ऐसे में बुजुर्ग व्यक्ति लालू यादव को बारिश से बचाने के लिए छाता लगाया। यह गुड फेथ में किया गया। इसे लेकर कुछ मीडिया संस्थान निगेटिव खबरें चला रहे हैं।
5वीं तक पढ़ी फिर भी बिहार का नाम रोशन किया : राबड़ी
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपने पति राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ मंगलवार को फुलवरिया पहुंची। जहां लालू प्रसाद यादव के पैतृक गांव व अपने ससुराल फुलवरिया के परिभ्रमण के साथ-साथ आसपास के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना भी की।
इसके बाद वह सीधे अपने मायके फुलवरिया से करीब चार किलोमीटर दूर सेलार कला पहुंचीं। वहां उन्होंने अपने पुराने घर में जाकर लोगों से हालचाल जाना।
इस दौरान, बथुआ-मीरगंज मुख्य पथ पर अपने नाम से स्थित राबड़ी देवी उच्च विद्यालय का भी मुआयना किया। उपस्थित छात्राओं से उन्होंने विद्यालय में हो रही पढ़ाई के बारे में जाना।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे समय व्यवस्था नहीं थी, हमने सिर्फ पांचवी तक ही पढ़ाई की। फिर भी बिहार का नाम रोशन किया। छात्राओं से उन्होंने अपील की आप सभी को आगे पढ़ना है। बिहार का नाम रोशन करना है।