शंकरगढ़ (प्रयागराज) : सूबे सरकार के मुखिया एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावा कर रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली सप्लाई की जाय लेकिन सरकार के ठीक उल्टा बिजली विभाग के अधिकारीयों जेई और कर्मचारियों की मनमानी से जूही फीडर के साथ ग्रामीण क्षेत्र के अन्य फीडरों और नगर पंचायत क्षेत्र में बिजली की अघोषित अधाधुंध कटौती से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। जूही फीडर से जुड़े सभी गांव अंधेरे की साये में रहने मे मजबूर है। यहां पर 5 या 7 घंटे भी लाईट नहीं चल पा रही है। किसान सिचाई को तरस रहा हैं किसानों के धान की फसल पानी के अभाव में सूखने के कगार पर आ गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में त्राहि – त्राहि/हाहाकार मचा हुआ है। जिससे आमजनमानस/क्षेत्र वासियों में काफी परेशानी होने के कारण खासा आक्रोश दिखाई दे रहा है। लोगों ने बताया कि यंहा की विद्युत कटौती की कोई टाइम टेबल नही है, यहां मनमानी कटौती की जा रही है । अघोषित विद्युत कटौती से ग्रामीण क्षेत्र वासियों को भीषण उमस भरी गर्मी और मच्छरों के आतंक के बीच रात भर जागकर काटनी पड़ रही है जिससे इन दिनों की जा रही बिजली की जबरदस्त कटौती और लो बोल्टेज की समस्या से उपभोक्ता हलाकान/त्रस्त हो चुके हैं। इस कटौती से पीने के पानी की परेशानी और लोग मौसमी बीमारी से भी पीड़ित हो रहे हैं। बारिश होने के कारण जहरीले जीव जन्तु से काफी खतरा बना हुआ है। सरकार द्वारा कैरोसीन बंद कर दिया गया है। बिजली विभाग की घोर उदासीनता और लापरवाही से बिजली सप्लाई न होने के कारण कोई बड़ी अप्रिय घटना घट सकती है। *क्षेत्रवासियों ने कहा कि बिजली की ख़राब हालात होने में बिजली विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों के साथ – साथ यहाँ के सांसद, विधायक और आदि जनप्रतिनिधि लोग क्षेत्रीय समस्या को नजर अंदाज करते हुए दिखाई दे रहे हैं।* शंकरगढ़ मे पावर प्लांट होने के बावजूद क्षेत्र के जनमानस को बिजली के लिए तड़पना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार का वादा बिल्कुल खोखला साबित हो रहा है और विभागीय अधिकारी अच्छा काम करने वाली योगी सरकार की छवि को धूमिल/ख़राब करके जनता के मन में सरकार के प्रति क्षोभ की गहरी गांठ लगाने में हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए हैं। बिजली विभाग का लचर दिशा निर्देश कहें या कर्मचारियों की लापरवाही ग्रामीण क्षेत्र में हर पांच या दस मिनट में बिजली कटती रहती है, फ्लैक्सिबिलिटी ऐसी है कि किसानों के पम्प जल जा रहा है, घर में उपकरण जल रहा है। लगातार दो तीन घंटो तक भी बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। जबकि दिन डूबने के बाद यदि कहीं की बिजली खराब हो जाती है या गुल हो जाती है तो लोगों को यह कहीं से पता नहीं चल पाता की लाइट कब आएगी और कहां से खराब है, और उसे कौन और कब तक में बनाएगा । *बिजली विभाग से जनता पूछती है की फाल्ट और रोस्टिंग आखिर रोज क्यों आता है, जबकि ट्रेन भी एक ही लाइन में दिन रात मे चलती है उसमें फाल्ट क्यों नहीं आता?* विद्युत उपभोक्ताओं ने उच्चाधिकारिओं तथा सरकार से विद्युत आपूर्ति सही ढंग से कराने की मांग की हैं। इस भीषण गर्मी को देखते हुए विभागीय सक्षम अधिकारी कर्मचारियों को सख्त दिशा निर्देश दें कि वे बिजली व्यवस्था में सुधार लाएं और यथासंभव खराबी आने पर उसे तुरंत दूर करें तथा लाइट की कटौती से संबंधित समय सीमा निर्धारित कर उसे आम लोगों तक भी पहुंचाए। यदि इसी तरह से विद्युत व्यवस्था बनी रहेगी तो समस्त उपभोक्ता शंकरगढ़ पावर हॉउस का घेराव करने की लिए बाध्य होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विद्युत विभाग के अधिकारियों की होगी