मशहूर बिजनेसमैन विकास मालू की रॉल्स रॉयस फैंटम कार से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर हुए एक्सीडेंट से पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. ये दुर्घटना स्थल से 28 किलोमीटर पहले टोल का सीसीटीवी फुटेज है. जानकारी के मुताबिक, विकास मालू के काफिले में शामिल 14 गाड़ियों में से किसी ने भी टोल नहीं दिया था. सभी गाड़ियां टोल की साइड लाइन से निकली थीं. नूंह के एसपी ने बताया कि बिजनेसमैन के काफिले में करीब 14 गाडियां थीं.
बता दें कि दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे पर नूंह के पास डीजल टैंकर और रॉल्स रॉयस फैंटम कार का एक्सीडेंट हुआ था. इस कार में मशहूर बिजनेसमैन विकास मालू सवार थे. विकास मालू कुबेर ग्रुप के मालिक हैं. इस हादसे में विकास भी घायल हुए हैं. उनका गुरुग्राम के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सोमवार को उनका ऑपरेशन किया जाएगा. हादसे के समय कार की स्पीड करीब 200 किमी प्रतिघंटा थी.
पुलिस ने लिया ड्राइवर का बयान
दरअसल, विकास मालू के वकील आरके ठाकुर से ‘आजतक’ ने इस घटना को लेकर बातचीत की. वकील का कहना था कि रॉल्स रॉयस फैंटम कार को कोई और चला रहा था. विकास कार में बैठे थे. विकास ठीक से चल नहीं सकते हैं तो कार कैसे चला सकते हैं. इस हादसे में मालू के कूल्हे में चोट लगी है. उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कार चलाने वाले ड्राइवर का बयान पुलिस ने लिया है.
कुबेर ग्रुप के मालिक हैं विकास मालू
विकास मालू कुबेर ग्रुप (Kuber Group) के मालिक हैं. कुबेर ग्रुप ने खैनी के साथ बिजनेस की शुरुआत की थी. कुबेर ग्रुप का कारोबार 50 देशों में फैला हुआ है. कारोबार जगत में विकास मालू का बड़ा नाम है और देश-दुनिया में उनका बड़ा कारोबार है. सबसे पहले विकास मालू को कुबेर एक्वा मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड (KUBER AQUA MINERALS PRIVATE LIMITED) का डायरेक्टर बनाया गया था.
कुबेर मार्ट इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को बुलंदी तक पहुंचाने का श्रेय 48 साल के विकास मालू को जाता है. पिछले 36 साल के इतिहास में दुबई स्थित कुबेर ग्रुप ने अपने आप को बाजार के अनुकूल बनाने के लिए आर्थिक तौर पर विकसित किया है. ग्रुप ने एनवी लाइफस्टाइल प्राइवेट लिमिटेड को लक्जरी गुड्स सेगमेंट में बड़ा प्लेयर बनाया है. डेविड ऑफ सिगार कुबेर समूह के पोर्टफोलियो में लक्जरी ब्रांड्स में से एक है.
कुबेर खैनी का भारत में 2 मिलियन डॉलर से ज्यादा का कारोबार
कुबेर ग्रुप की नींव 1985 में विकास मालू के पिता मूलचंद मालू ने रखी थी. सबसे पहले उन्होंने खैनी का बिजनेस शुरू किया था. कुबेर खैनी की शुरुआत 1989 में हुई थी. आज के समय में तंबाकू सेगमेंट में ये एक बड़ा ब्रांड है. कुबेर खैनी का केवल भारत में 2 मिलियन डॉलर से ज्यादा का कारोबार है.
कंपनी के मुताबिक, देश में कुल 14 लाख वेंडर हैं, इसके अलावा कई देशों में एक्सपोर्ट भी किया जाता है. कुबेर समूह तमाम तरह के पान मसाले, माउथ फ्रेशनर, सुगंधित (अगरबत्ती और धूप) का भी कारोबार है. साल 1993 में विकास मालू को कुबेर ग्रुप का डायरेक्टर नियुक्त किया गया. उन्होंने अपने पिता के रास्ते पर चलकर कारोबार को एक बड़ा आयाम दिया है.