उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद के खुब्बापुर गांव में स्कूल में पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के यूकेजी के छात्र की सहपाठियों से बेरहमी से पिटाई कराने के मामले में पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि अगर वीडियो बनाने और वायरल करने वाले की मंशा गलत पाई गई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, यह पूरा मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में बना हुआ है। उधर, इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई। आइए विस्तार से बताते हैं कि इस पूरे मामले को लेकर अभी दिग्गज नेताओं ने क्या कुछ कहा है।
वीडियो बनाने और वायरल करने का सच सामने लाने की पुलिस की तैयारी
स्कूल प्रकरण में भले ही समझौता हो गया है, लेकिन पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू की है। पुलिस ने यह राज सामने लाने की तैयारी शुरू दी कि आखिरकार छात्र को चांटे लगवाने के दौरान वीडियो बनाने की वजह क्या थी और उसे वायरल क्यों किया गया। अगर वीडियो बनाने की मंशा गलत पाई और वीडियो के साथ छेड़छाड़ किया जाना पाया जाता है तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
इस बारे में एसपी सिटी सत्य नारायण का कहना है कि शिक्षिका का कदम सही नहीं था। शिक्षिका के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। जांच में वीडियो में छेड़छाड़ किया जाना सामने आया है। ऐसा किसने और क्यों किया है? फॉरेंसिक लैब भेजकर वीडियो की जांच कराई जाएगी। इसके बाद पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी।
ये था मामला
खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका तृप्ति त्यागी ने पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के यूकेजी के छात्र की सहपाठियों से बेरहमी से पिटाई करा दी थी। इसी दौरान जातीय टिप्पणी भी की गई। प्रकरण के दौरान पीडि़त छात्र के चचेरे भाई ने वीडियो बना ली। वीडियो के वायरल होते ही देशभर से प्रतिक्रियाएं आने लगी और शिक्षिका की गिरफ्तार की मांग उठती रही।
किसी दूसरे स्कूल में पढ़ेगा बच्चा
बाल कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ. राजीव कुमार ने गांव में पहुंचकर जांच की। पीडि़त बच्चे की काउंसिलिंग की गई। बच्चे का किसी दूसरे स्कूल में प्रवेश कराया जाएगा। किसी भी स्तर पर बच्चे की पढ़ाई को बाधित नहीं होने दिया जाएगा।
किसने क्या कहा…
जयंत सिंह ने कहा, समाज ऐसा नहीं, हौसला रखिए
मीरापुर के रालोद विधायक चंदन चौहान ने गांव पहुंचकर पीडि़त छात्र के पिता इरशाद की मोबाइल पर रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह से बातचीत कराई। रालोद अध्यक्ष ने पीडि़त पक्ष से पूछा कि आप क्या चाहते हैं? इस पर इरशाद ने कहा कि गांव में भाईचारा बना रहना चाहिए। रालोद अध्यक्ष ने पीडि़त पक्ष को हौंसला रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि घटना को दिल पर मत लेना, समाज ऐसा नहीं है। जब वह क्षेत्र में आएंगे, आपके घर आएंगे।
वीडियो से छेड़ाछाड़, बच्चे को पिटवाकर गलती की : तृप्ति त्यागी
आरोपी शिक्षिका तृप्ति त्यागी दिनभर सफाई देती रही। शिक्षिका ने कहा कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। छात्र की इस तरह बच्चों से पिटाई कराना गलत है। मगर, मेरी मंशा गलत नहीं थी। दिव्यांग हूं, कुर्सी से नहीं उठा जा रहा था, इस वजह से बच्चों से पिटाई करा दी। यह गलती थी। गांव ने जो फैसला किया है, वह मान्य है।
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने समाज में इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए। जिला 2013 में नुकसान उठा चुका है। सब अपना परिवार है। बच्चे और शिक्षिका सब अपने है। कोई इस बात को रंग देना चाहते हैं तो जेहन से निकाल दें। माहौल बिल्कुल सामान्य है। राजनीति नहीं होनी चाहिए।
माहौल खराब न करें हैदराबाद-दिल्ली के नेता : बालियान
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि सहानुभूति बच्चे के साथ है। मगर, कुछ लोग मामले को जाति और धर्म का रूप देने में लगे हैं। दिल्ली और हैदराबाद के नेता मुजफ्फरनगर का माहौल खराब करने का काम न करें। जिले के लोग अब किसी के बहकावे में नहीं आएंगे।
मामले में नहीं होनी चाहिए राजनीति : अग्रवाल
कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि नादान बच्चों के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। शिक्षिका की गलती है। पुलिस-प्रशासन अपना काम कर रहा है। ऐसे मामलों को तूल देकर विपक्ष का औछी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
खुब्बापुर ने समझदारी दिखाई : मलिक
पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। सरकार के प्रचार का नतीजा है। भाईचारा कायम रहना चाहिए। दोनों पक्षों में सहमति रहनी चाहिए। बात खत्म हो गई है।