बस्ती: जिले के रूधौली पुलिस ने सपा के रूधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद को अरेस्ट किया है। धीरसेन निषाद पर नौकरी का झांसा देकर लड़की से दुष्कर्म कर जबरन गर्भपात का आरोप लगा था। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपी को छावनी से अरेस्ट कर लिया है।
नौकरी का झांसा देकर किया कई बार दुष्कर्मः पीड़िता
पीड़िता बीते 28 अगस्त को एसपी कार्यालय पर पहुंच कर रूधौली नगर पंचायत अध्यक्ष पर दुष्कर्म का आरोप लगा कर सनसनी फैला दी थी। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2021 में अध्यक्ष से माया पाठक ने मुलाकात कराई थी। नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद ने नौकरी का झांसा देकर उस का शारीरिक शोषण किया। उस के बाद वह प्रेगनेंट हो गई। जब अध्यक्ष से बात की तो माया पाठक से दवा भेज कर जबरन गर्भपात की दवा खिला दी। उस के बाद भी नौकरी नहीं लगाई। जब मैंने गर्भपात का ऑडियो वायरल करने को कहा तो मुझे अगस्त 2022 में सफाईकर्मी के पद पर नियुक्त किया गया। उस के बाद भी अध्यक्ष बार बार दुष्कर्म करते रहे। मैंने जब इस का विरोध किया तो मुझे ऑफिस में अटैच कर प्रताड़ित करने लगे। मेरी इच्छा के विरुद्ध कई बार दुष्कर्म किया।
पुलिस ने आरोपी को छावनी से किया अरेस्ट
पीड़िता की तहरीर पर रूधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद और माया पाठक पर धारा 376, 120B और एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज किया। मुकदमा दर्ज होने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसे छावनी से अरेस्ट कर लिया।
इससे पहले उसने तिलौली की एक महिला के साथ रेप कियाः बीजेपी
राजेन्द्र नाथ तिवारी वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि धीरसेन का विवादों से पुराना नाता है। इससे पहले उसने तिलौली की एक महिला के साथ रेप किया, कुछ लोगों का कहना है कि इसके बाद उस महिला ने आत्महत्या कर लिया। वहीं कुछ लोगों का ये भी कहना है कि इसने ही कराया। धीरसेन निषाद एक व्यक्ति का नहीं एक दुष्प्रवृत्ति का नाम है। वह इस तरह की घटनाएं करता रहता है।
पीड़िता की तहरीर पर किया गया गिरफ्तारः प्रीती खरवार सीओ रुधौली
प्रीती खरवार सीओ रुधौली से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि बीते दिनों एक महिला द्वारा धीरसेन निषाद के खिलाफ तहरीर दी गई थी। जिसकी विवेचना मेरे द्वारा की जा रही है। आज आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट के समझ प्रस्तुत किया जा रहा है। जल्द की मुकदमें की कार्वाई संपूर्ण कर विधिवत विवेचना की पूर्ति की जाएगी।