वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश के अलग-अलग हिस्सों में चलाई जा रही है। भारतीय रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस की चेयरयान वाली ट्रेन चला रहा है। लेकिन अब जल्द इसका नया वर्जन स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस चलने वाली है। इसके साथ ही वंदे मेट्रो ट्रेन को भी जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार, देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन अगले मार्च की शुरुआत में चलाई जा सकती है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (Integral Coach Factory) में इसे बनाया जा रहा है। इसे साल 2014 में लॉन्च करने का लक्ष्य रखा गया है।




ICF के जनरल मैनेजर BG माल्या ने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान वंदे भारत का स्लीपर वर्जन लॉन्च कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी वित्त वर्ष में वंदे मेट्रो भी लॉन्च किया जाएगा। माल्या ने कहा कि अभी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन को बनाया जा रहा है। इसे मार्च, 2024 में लॉन्च किया जाएगा।
वंदे मेट्रो ट्रेन
माल्या ने आगे कहा कि *इसके साथ ही वंदे मेट्रो को भी बनाया जा रहा है। 12 कोच की इस ट्रेन को छोटे रूट पर चलाया जाएगा। पहली वंदे मेट्रो ट्रेन जनवरी, 2024 में आने की उम्मीद है। लेकिन यह इसी कैलेंडर ईयर में बनकर तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नॉन-एयर कंडीशंड पैसेंजरों के लिए यह ट्रेन इसी साल 31 अक्टूबर से पहले लॉन्च हो जाएगी। जिसे नॉन-एसी पुश-पुल ट्रेन कहा जाता है। इसमें 22 कोच और इसके दोनों तरफ एक-एक लोकोमोटिव होगा। कुल मिलाकर यह वंदे भारत मेट्रो ट्रेन AC में सफर नहीं करने वाले यात्रियों के लिए लॉन्च किया जाएगा। बता दें अब वंदे भारत ट्रेन के कुल तीन वर्जन होंगे। पहला वर्जन चेयरयान, दूसरा स्लीपर कोच होगा और तीसरा वर्जन वंदे मेट्रो होगी।
जानिए कौन बना रहा है कोच
स्लीपर वंदे भारत को एक कंसोर्टियम बना रहा है। इसमें रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Limited -RVNL) और रूस का TMH ग्रुप शामिल है। इस कंसोर्टियम ने 200 में से 120 स्लीपर वंदे भारत चलाने के लिए सबसे कम बोली लगाई थी। बाकी 80 ट्रेनें की सप्लाई टीटागढ़ वैगन्स (Titagarh Wagons) और BHEL का कंसोर्टियम सप्लाई करेगा।
बता दें कि RVNL के GM आलोक कुमार मिश्रा (Alok Kumar Misra) ने अगस्त में कहा था कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे होगी। इसमें 16 कोच होंगे। जिनमें 11 AC3, चार AC 2 और एक AC 1 कोच होगा। उन्होंने कहा था कि कोच की संख्या 20 या 24 की जा सकती है।
