रुद्रपुर। खालिस्तानी आतंकियों को असलहे सप्लाई करने के मिले इनपुट के बाद एनआइए ने बाजपुर के गन हाउस में छापामार कार्रवाई की थी। जिसके बाद से ऊधम सिंह नगर में चल रहे गन हाउसों पर पुलिस और खुफिया विभाग नजर बनाए हुए है। इसके लिए गन हाउसों से होने वाली असलहे और कारतूस की बिक्री का पुलिस और खुफिया एजेंसियां हिसाब रखेगी।
तराई में 90 के दशक में खालिस्तानी आतंकियों का खौफ था। बाद में आतंकी गतिविधियां खत्म हो गई लेकिन बीते चार-पांच साल से एक बार फिर से तराई में खालिस्तानी आतंकी गतिविधियां सिर उठाने लगी है। इसके लिए वह गैंगस्टरों के संपर्क में भी है। कई बार आतंकी जिले में भी पनाह ले चुके है।
एनआइए ने हथियार सप्लाई की सूचना के बाद मारा छापा
बीते बुधवार को एनआइए ने खालिस्तानी आतंकी को हथियार सप्लाई करने के इनपुट मिलने के बाद बाजपुर के धंसारा गांव में एक गन हाउस स्वामी शकील अहमद के घर में छापा मारा। कई घंटे हुए पूछताछ के बाद टीम उसे अपने साथ ले गई और तीन असलहे भी कब्जे में लिए थे।
एनआइए की छापेमारी के बाद पुलिस व खुफिया एजेंसी सतर्क
जिले के बाजपुर थाना क्षेत्र के गन हाउस स्वामी के आतंकियों से मिलीभगत पर एनआइए की छापेमारी के बाद अब ऊधम सिंह नगर की पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई है। खुफिया एजेंसियां और पुलिस जिले में चल रहे गन हाउसों पर नजर रखे हुए है। साथ ही गन हाउसों से बेची जा रही गन और कारतूस के हिसाब किताब भी करेगी।
जिला प्रशासन देता है गन हाउस का लाइसेंस
एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गन हाउस का लाइसेंस जिला प्रशासन देता है। समय समय पर जिला प्रशासन की ओर से सत्यापन किया जाता है। बाजपुर में गन हाउस स्वामी पर हुई एनएआइ की कार्रवाई के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां गन हाउस पर नजर रखे हुए है।