See also *मेडिकल काॅलेज में आई फ्लू मरीजों की बाढ़**सैकडों संक्रमित मरीजों का प्रतिदिन मेडिकल काॅलेज में किया जा रहा उपचार**सुलतानपुर* आंखों की बीमारी(आई फ्लू) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है,यहातक की अब सरकारी अस्पताल के डाॅक्टरों को भी संक्रमण ने अपने चपेट में लपेटना शुरू कर दिया है,खुद वरि.नेत्र सर्जन भी संक्रमण की ज़द में आ गए है,बावजूद इसके प्रतिदिन ओपीडी में सैकडों मरीजों को संक्रमण से बचाने का काम कर रहें है,एक आंकडे के मुताबिक बीते सोमवार से शनिवार तक हजारों संक्रमित मरीजों का स्वशाषी राज्य मेडिकल काॅलेज आना हुआ,वरि.नेत्र सर्जन डाॅ.सुनील पटेल ने बताया की आंखों के संक्रमण से ग्रसित मरीजों को साफ-सफाई के साथ अपना रूमाल,तौलिया,पेन,मोबाईल आदि किसी को भी इस्तेमाल करने के लिए ना दें,अन्यथा इससे दूसरों को भी संक्रमण होगा,डाॅ.पटेल ने बताया की आंखों का लाल हो जाना,आंखें गड़ने लगेगी,आंखों से पानी आना,कीचड़ आना और कभी-कभी धुधलापन होना आदि लक्षण है,संक्रमित मरीजों को बर्फ से आंखों को धुलने के साथ फौरन नजदीक के सरकारी अस्पलात के डाॅक्टरों को दिखाना चाहिए,और डाक्टर की सलाह के अनुसार ईलाज करवाना चाहिए,जिला अस्पताल के वरि.नेत्र सर्जन डाॅ.सुनील पटेल ने बताया इस संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा ईलाज है,उन्होनें कहाकि आई फ्लू जिन्हें है,उन्हें काला चश्मा लगाना चाहिए,तथा डाॅक्टर द्वारा सुझाए गये उपाय एवं दी गई दवाइयों का समय से इस्तेमाल करना चाहिए,जिससे मरीज़ को अतिशीघ्र आराम मिल सके।