अलीगढ़। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है उनका दल आईएनडीआईए का मुख्य घटक दल है। मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सीट बंटवारे को लेकर किसी प्रकार की कोई बात नहीं हुई है। विरोधी दल भ्रम फैला रहे हैं। एनडीए को सत्ता से रोकने के लिए हर कुर्बानी के लिए तैयार हैं।
सोमवार को खैर रोड स्थित एक मैरिज होम में भाईचारा सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार पर भी हमला बोला। कहा, पीएम व सीएम सरकारी तंत्र का गलत उपयोग कर रहे हैं। परियोजनाओं के उद्घाटन व लोकार्पण के नाम पर भाजपा की बैठक हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर समाज बांटा जा रहा है। हिंदू- मुस्लिम के नाम पर डराया जा रहा है। किसानों को उनकी फसल के वाजिब दाम नहीं मिल रहे हैं। जब किसान की फसल आती है तो निर्यात पर पाबंदी लगा दी जाती है। किसानों को केंद्र व राज्य सरकार ने कोई लाभ नहीं दिया।
रालोद सदैव राष्ट्रीयता की बात करता है
जयंत ने कहा कि रालाेद आपसी भाईचारा का सदैव हिमायती रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने हमेशा संदेश दिया था, उन्होंने गरीबी, बीमारी व अज्ञानता से लड़ने का आह्वान किया था। उनके एक इशारे पर लोगों ने अन्न बचाने के लिए एक समय रोटी खाने की आदत डाली थी। रालोद सदैव राष्ट्रीयता की बात करता है।
जाटों को लुभाने का प्रयास
जयंत चौधरी ने अल्पसंख्यकों के साथ जाटों को लुभाने के लिए अपने दादा व किसानों के मसीहा चौ. चरण सिंह व रालोद संस्थापक चौ. अजित सिंह का नाम लेकर सहानुभूति बटोरने के लिए प्रयास किए। राजा महेंद्र प्रताप का नाम लेकर उनकी देश के प्रति कुर्बानी को याद किया।
प्रशासन को पूजा पाठ में लगाया
जातिगत जनगणना न कराने पर जयंत ने केंद्र सरकार पर तंज कसा, बोले, महिला आरक्षण कानून बनाकर महिलाओं को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है। इसके लाभ लेने के लिए कड़ी शर्तों से गुजरना होगा। योगी सरकार धार्मिक भावना के बूते लोगों को लुभाने का काम कर रही है। जो प्रशासन सरकारी कामकाज करे, उसे पूजा पाठ में लगा दिया गया है।
जयंत ने कहा कि किसानों की जमीन को औने- पौने दामों में सरकार अधिग्रहण कर रही है। किसानों को उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। सरकार ने टप्पल, जट्टारी व अन्य क्षेत्रों की जमीन का अधिग्रहण का बड़ी संख्या में किसानों को भूमिहीन बना दिया है। धान का उचित दाम नहीं मिल रहा है। जब भी किसान की फसल आती है, तभी निर्यात पर पाबंदी लगा दी जाती है।
बड़े व्यापारियों के पास अनाज पहुंचने के बाद दाम बढ़ा दिए जाते हैं। सरकार जानबूझ कर किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर कर रही है। महंगाई, बेरोजगारी को लेकर भी जयंत ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। आइएनडीआइए जीतेगा। एनडीए हारेगा।