*जाति गणना पर छिड़ी सियासत; जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी भागीदारी केस में बढ़ा विवाद*
बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े सामने आने के बाद देश में सियासत तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां मंगलवार को कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए, वहीं कांग्रेस ने आंकड़ों को लेकर प्रधानमंत्री की नींद उडऩे की बात कही है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के ‘जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी भागीदारी’ के बयान पर कहा कि वह देश के हिंदुओं और गरीबों को बांटने का कुचक्र कर रही है। श्री मोदी ने जगदलपुर में भाजपा की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे बड़ी जाति गरीब की ह ,और अगर उसका भला हो गया, तो देश का भला हो जाएगा। भारत के संसाधनों पर पहला हक गरीब का है, चाहे वह दलित, पिछड़ा या फिर सामान्य वर्ग से हो। गरीब के जीवन में बदलाव होना चाहिए। कांग्रेस नई मांग कर देश के लोगों के बीच खाई को बढ़ाने और उनके बीच बैर बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है,अब कांग्रेस की नई मांग से वह क्या सोच रहे होंगे। कांग्रेस पर अल्पसंख्यकों का हक कम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आज कांग्रेस के लोग नहीं चला रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के मुंह पर ताला लगा हुआ है। कांग्रेस को आउटसोर्स कर दिया गया है। पर्दे के पीछे खेल खेले जा रहे है और देश विरोधी ताकतों से मिल गए हंै। उधर, कांग्रेस ने कहा कि बिहार में जाति जनगणना के आंकड़े सामने आने के बाद अब देश में यह मांग जोर पकडऩे लगी है और इस चौंकाने वाले आंकड़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नींद उड़ा दी है।