आगरा
बल्केश्वर आईटीआई में शुरू होंगी 5 नई ट्रेड, शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में डीएम ने दिए कई निर्देश
आगरा। जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा, माध्यमिक, उच्च तथा व्यवसायिक शिक्षा विभागों की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में संपन्न हुई। बैठक में प्राथमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा में बताया गया कि ऑपरेशन कायाकल्प के 19 पैरामीटर पूर्ण करने जिनमें शहरी क्षेत्र में 133 विद्यालयों के सापेक्ष औसत 83 प्रतिशत स्कूल तथा ग्रामीण क्षेत्रों में औसत 93 प्रतिशत सैचुरेशन किया गया है। जिलाधिकारी ने 10 सितंबर तक बचे कार्यों को पूर्ण करने तथा जहां विद्यालय भवन जीर्ण हैं उनकी सूची देने के निर्देश दिए।
बैठक में एनएटी परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले बच्चों की ब्लॉक बार समीक्षा में पाया गया कि अकोला ब्लॉक में सबसे कम बच्चे प्रतिभाग 77.82 प्रतिशत किए हैं, जिलाधिकारी ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से कड़ी नाराजगी व्यक्त की। वहीं अछनेरा ब्लॉक में एनएटी परीक्षा में बैठने वाले बच्चों का प्रतिशत 93.02 रहा, जिलाधिकारी ने बीईओ अछनेरा को अच्छा कार्य करने हेतु प्रेरित करते हुए प्रशस्ति पत्र देने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को कड़ाई से निर्देश दिए कि किसी भी बीईओ का ट्रांसफर कर कार्यक्षेत्र न बदला जाए तथा व्यक्तिगत जिम्मेदारी देकर अपने ब्लॉक में विद्यालयों को निपुण बनाने तथा पठन पाठन को प्रभावी बनाए जाने हेतु लक्ष्य दिया जाए। सभी बीईओ को निर्देशित किया कि वह निपुण बनाए जाने हेतु विद्यालयों की प्राथमिकता तय कर 20 दिन में सूची दें तथा उक्त सूची पर कार्य करें।
जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 210271 बच्चों में से 30 हजार बच्चों का एनएटी छोड़ना बताता है कि पठन पाठन की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने आगामी परीक्षा में शत प्रतिशत उपस्थित हेतु कड़े निर्देश दिए। उन्होंने सभी बीईओ को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति जांचना ही आपका काम नहीं है। विद्यालयों में प्रभावी पठन पाठन, ड्रॉप आउट के कारण जानकर समाधान कराना, बच्चों को निपुण बनाना भी है। उन्होंने निर्देशित किया कि बीएसए तथा बीईओ प्रत्येक सप्ताह व्यक्तिगत रूप से शिक्षकों, हैड टीचर से बात करें, सीधा संवाद स्थापित करें तथा मई माह तक स्कूलों को चिह्नित कर निपुण बनाएं।
बैठक में रीयल टाइम अटेंडेंस की समीक्षा में पाया गया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में शिक्षक उपस्थिति 75 प्रतिशत है, अकोला में 78 प्रतिशत है इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा केजीबीपी अछनेरा के स्टाफ का अन्य जगह ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी बीईओ से जानकारी ली कि कोई शिक्षक अपनी जगह किसी अन्य के द्वारा शिक्षण कार्य तो नहीं करा रहा, यदि ऐसा करते पाए जाने की शिकायत मिलती है तो कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
बैठक में माध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा में बताया गया कि 40 राजकीय,109 अशासकीय 755 स्ववित्तपोषित तथा विभिन्न बोर्ड से मान्यता प्राप्त कुल 1071 विद्यालय हैं, जिलाधिकारी ने प्रोजेक्ट अलंकार तथा पठन पाठन के इम्प्रूव हेतु शासन द्वारा प्राथमिकताओं को किस स्तर तक लागू किया गया है, इसकी समीक्षा की। इस हेतु अलग से प्रेजेंटेशन देने हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए।
बैठक में व्यवसायिक शिक्षा की समीक्षा में बताया गया कि बल्केश्वर आईटीआई में 05 नई ट्रेड स्थापित की जाएगी जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रिक व्हीकल, एडवांस मशीनिंग इत्यादि है, जिलाधिकारी ने प्लेसमेंट के बारे में जानकारी ली जिसमें बताया गया कि वर्ष 2022-23 में 62 प्रतिशत प्लेसमेंट औसत रहा है, बैठक में राष्ट्रीय चर्म संस्थान तथा उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की भी समीक्षा की गई तथा जरूरी दिशा निर्देश दिए।
बैठक में उच्च शिक्षा विभाग से बैठक में कोई जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित न रहने पर नोटिस जारी कराने तथा सभी स्कूल, कॉलेज में संपर्क मार्गों की खराब हालत की शिकायत पर जिलाधिकारी ने तत्काल मरम्मत कराने हेतु संबंधित विभाग को निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन, संयुक्त निदेशक व्यवसायिक शिक्षा योगेन्द्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र कुमार, सहित राष्ट्रीय चर्म संस्थान के प्रधानाचार्य आदि मौजूद रहे।
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