दुबई में हुआ उदयपुर के युवक का अपहरण, रेलमंत्री और दूतावास के हस्तक्षेप के बाद हुआ रिहा
गिरोह मांग रहा था 15 लाख रुपए की फिरौती
उदयपुर: जिले के सियाखेड़ी गांव से रोजगार के लिए गए युवक का दुबई में अपहरण कर लिया गया। अपहर्ताओं ने उसकी रिहाई के बदले 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव तथा भारतीय दूतावास के सहयोग के चलते उसकी सकुशल रिहाई हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार युवक पवनदास बैष्णव उदयपुर जिले के वल्लभनगर तहसील क्षेत्र के सियाखेड़ी गांव का रहने वाला है। वह रोजगार के लिए दुबई गया था। इसी दौरान काम का झांसा देकर एक गिरोह ने उसका अपहरण कर लिया और उसके उदयपुर स्थित घर पर फोन कर 15 लाख रुपए फिरौती मांगी। फिरौती के रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर नहीं करने पर पवन को जान से मारने की धमकी दी।
भाई ने दी थी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के माध्यम से रेलमंत्री को जानकारी
पवन के भाई जगदीश वैष्णव ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी के माध्यम से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को घटना की जानकारी दी थी। जिसे रेलवे मिनिस्टर ने गंभीरता से लिया और भारतीय दूतावास से मदद करने को कहा। जिसके बाद दुबई स्थित भारतीय दूतावास एक्टिव हुआ और पवन की तलाश शुरू की गयी। इसकी सूचना जब पवन का अपहरण करने वाले गिरोह को लगी तो उसने घबराहट में 4 अक्टूबर की शाम पवन को एयरपोर्ट से करीब आधा किलोमीटर दूर सड़क पर छोड दिया।
15 जुलाई को भारत से दुबई गया था पवन
पवन के भाई जगदीश वैष्णव ने बताया कि उसके कुछ परिचित दुबई में काम करते हैं। पवन उन्हीं लोगों से बात कर 15 जुलाई को दुबई गया था। वहां उसे स्थायी तो नहीं, छोटा—मोटा काम मिला। इसी दौरान वह श्रीलंकाई नागरिक के संपर्क में आया। जिसने पवन को कुछ अनजान लोगों के साथ भेजा। जिसे एक सुनसान इलाके में बनी विला में ले गए। वहां मौजूद लोगों ने उसका वीजा तथा पासपोर्ट छीन लिए तथा बंधक बना लिया। उसने वहां से निकलने का प्रयास किया तो उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। गत 21 सितंबर को पवन ने अपने भाई जगदीश को फोन कर फिरौती मांगी। रुपए नहीं दिए जाने पर उसे जान से मारे जाने की धमकी दी थी। फिरौती में मांगी राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहा था। जिसके बाद अपहृत पवन के भाई जगदीश घबरा गया तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सीपी जोशी और राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के माध्यम से रेल मंत्री से संपर्क किया था। जिसके बाद जगदीश को रेलमंत्री ने दिल्ली बुलाया था।