मुंबई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान के परिसरों पर छापेमारी की। आप विधायक के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के खिलाफ इस तरह की तलाशी और छापेमारी 2024 तक जारी रहेगी।
राउत ने मुंबई में मीडिया से कहा, “विपक्ष के नेताओं के खिलाफ इस तरह की तलाशी और छापेमारी 2024 तक जारी रहेगी। हमने ईडी को 10-12 लोगों की सूची भी दी है। ईडी, केंद्रीय जांच ब्यूरो, इनकम टैक्स आदि केंद्रीय एजेंसियों का विपक्ष के नेताओं के पास आना जारी रहेगा।”
‘ईडी अजित पवार और सीएम एकनाथ शिंदे के पास नहीं जाएगी’
शिवसेना नेता ने कहा, “महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और सीएम एकनाथ शिंदे के खिलाफ ईडी के केस थे लेकिन ईडी अब उनके पास नहीं जाएगी।” आप विधायक अमानतुल्ला खान के परिसरों पर ईडी की तलाशी धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत की जा रही है।
वक्फ बोर्ड में अवैध नियुक्तियों से जुड़ा मामला
बता दें कि ईडी ने दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा दायर एक एफआईआर और सीबीआई द्वारा दायर एक अन्य एफआईआर के आधार पर कार्रवाई शुरू की है। यह मामला दिल्ली वक्फ बोर्ड के भीतर अवैध नियुक्तियों से जुड़े कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है, जिसमें आप नेता अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। खान को पिछले साल सितंबर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
वक्फ बोर्ड में 32 लोगों की भर्ती हुई
यह मामला एक शिकायत पर आधारित था जिसमें आरोप लगाया गया था दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, अमानतुल्ला खान ने सभी मानदंडों और सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से 32 लोगों की भर्ती की। शिकायत में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और पक्षपात के भी आरोप लगाए गए हैं।
शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा बीएमसी को सौंपे गए आवेदन के बारे में पूछे जाने पर, राउत ने कहा कि उन्हें जांचना चाहिए कि वे असली शिवसेना हैं या नहीं।