मंडी। कीरतपुर मनाली फोरलेन पर मंडी जिले के नगवाईं व नागचला में भी फ्लाईओवर बनेंगे। इससे वाहन चालकों व स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। नाचगला में फोरलेन के साथ नेरचौक वाला मार्ग भी जुड़ता है। यहां यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से अस्थायी व्यवस्था की गई है। आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं।
वाहनों की गति कम करने के लिए लगाए गए बैरिकेट
फोरलेन पर आने वाले वाहनों की गति कम करने के लिए यहां बैरिकेटस लगा रखे हैं। समस्या के स्थायी समाधान के लिए एनएचएआइ ने अब यहां फ्लाई ओवर का निर्माण करने का निर्णय लिया। फ्लाई ओवर बनने से यहां फोरलेन पर आने वाले वाहनों की आवाजाही में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी। इसी तर्ज पर नगवाईं में फ्लाईओवर बनेगा। एनएचएआइ डडौर चौक व झीड़ी में पहले ही फ्लाईओवर बनाने की घोषणा कर चुका है।
दोनों स्थानों पर वाहन चालकों व लोगों को इसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जुलाई व अगस्त की प्राकृतिक आपदा के बाद उपजी स्थिति का जायजा लेने एनएचएआइ के सदस्य तकनीकी आलोक दीपांकर वीरवार को हिमाचल के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। वह वीरवार सुबह दिल्ली से फ्लाइट में भुंतर आएंगे।
भूस्खलन से फोरलेन को हुए नुकसान का लेंगे जायजा
मनाली से मंडी तक बाढ़, बादल फटने व भूस्खलन से फोरलेन को हुए नुकसान का जायजा लेंगे। उनके साथ क्षेत्रीय अधिकारी शिमला अब्दुल बासित व परियोजना निदेशक वरुण चारी भी रहेंगे। फोरलेन के पुनर्निर्माण का जो खाका एनएचएआइ के स्थानीय अधिकारियों ने तैयार किया है। उस पर विस्तार से चर्चा करेंगे। आलोक दीपांकर शुक्रवार को शिमला परवाणु फोरलेन का निरीक्षण करेंगे।
एनएचएआइ के अधिकारी मंडी से पंडोह के बीच चार मील में प्रस्तावित दो किलोमीटर,पंडोह बाईपास पर एक किलोमीटर व मनाली के प्रीणी में प्रस्तावित 3.5 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण कार्य पर चर्चा करेंगे। तीनों सुरंगों के निर्माण पर सदस्य तकनीकी अपनी मुहर लगा सकते हैं। सदस्य तकनीकी की रिपोर्ट के आधार पर मंडी से मनाली तक फोरलेन का नया स्वरूप तय होगा।
सदस्य तकनीकी आलोक दीपांकर वीरवार से हिमाचल के दो दिवसीय दौर पर आ रहे हैं। वह आज मनाली से मंडी तक फोरलेन का निरीक्षण करेंगे। पुनर्निर्माण के नए प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा होगी।