खंडवा (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हुए अभी महज तीन दिन ही हुए हैं और चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारियों की बहानेबाजी शुरू हो गई है। कोई गंभीर बीमारी के चलते छुट्टी मांग रहा है तो किसी ने बच्चों को संभालने में आ रही दिक्कत का हवाला देकर अवकाश का आवेदन किया है।
कलेक्ट्रेट के NIC कार्यालय में कर्मचारियों के आवेदन देने का सिलसिला जारी है। आवेदन शाखा में सबसे अधिक आवेदन महिला कर्मचारियों ने दिए हैं।
चुनाव की ड्यूटी से बचने के लिए लोग मांग रहे छुट्टी
ज्यादातर महिलाओं ने मातृत्व अवकाश के लिए आवेदन दिया है। वहीं पुरुषों में किसी ने बीपी तो किसी ने शुगर की समस्या बताई है। वहीं, किसी ने किडनी के ऑपरेशन के लिए छुट्टी मांगी है। मिली जानकारी के अनुसार छुट्टी लेने के लिए आवेदन जमा करने का सिलसिला लगभग एक सप्ताह से जारी है।
वहीं, दूसरी ओर, ऐसा माना जा रहा है कि 18, 19 और 20 अक्टूबर को चुनाव की ट्रेनिंग के बाद कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी तय होने पर अवकाश के आवेदनों की संख्या बढ़ सकती है।
बीमारी और मातृत्व अवकाश के लिए आवेदन
खंडवा जिला निर्वाचन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लगातार छुट्टी के लिए आवेदन आ रहे हैं। जिन्होंने बीमारी होने पर छुट्टी मांगी है उनके आवेदनों में मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी किए गए चिकित्सकीय प्रमाण पत्र भी लगाए हैं। फिलहाल आवेदनों की जांच की जा रही है। उन्हीं कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा, जिनकी समस्या वाजिब लगेगी।
विधानसभा चुनाव में इस बार 4,248 कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी। जिले में मतदान के लिए 1062 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें मांधाता विधानसभा में 248, हरसूद में 257, खंडवा में 265 और पंधाना विधानसभा में 292 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर चार कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा।
नोडल अधिकारी और जिला पंचायत CEO शैलेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि मतदान केंद्रों में ड्यूटी के लिए 20 फीसद कर्मचारी रिजर्व में रखे गए हैं। किन्हीं परिस्थितियों में यदि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी छुट्टी पर रहते हैं तो उनके स्थान पर रिजर्व दल के कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा।