इजरायल और हमास के बीच जारी जंग भयंकर होती चली जा रही है। हमास के आतंकियों के हमले का इजरायल करारा जवाब दिया जा रहा है। हमास आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर बमबारी कर रहा है। भीषण होती इस जंग को रुकवाने में भारत की भूमिका को एक बार फिर अहम माना जा रहा है।
दरअसल, फिलिस्तीनी राजदूत ने भारत से मदद मांगी है। उन्होंने संकट को कम करने के लिए भारत से अपनी भूमिका निभाने की अपील की। फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अबु अलहैजा ने पीटीआई को एक इंटरव्यू में यह बात कही। अलहैजा ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो इजरायल और फिलिस्तीन दोनों का ही मित्र है। मौजूदा संकट का समाधान निकालने के लिए उसका हस्तक्षेप करना जरूरी है।
फिलिस्तीनी राजदूत ने कहा कि महात्मा गांधी के बाद से भारत ने शुरू से ही फिलिस्तीनी मुद्दे को समझा है। इसलिए वह भूमिका को निभाने में सक्षम है, क्योंकि भारत दोनों का मित्र है। उन्होंने कहा कि भारत अपने बढ़ते वैश्विक कद और पश्चिम एशिया के सभी प्रमुख पक्षों पर प्रभाव से वह उत्पन्न संकट को कम कर सकता है। इसके लिए भारत अच्छी स्थिति में है। राजदूत ने कहा कि भारत एक बहुत ही महत्वपूर्ण देश है। मुझे लगता है वह इस मामले में नेतृत्व कर सकता है। वह अच्छी भूमिका निभा सकता है।
फिलिस्तीन के साथ ही इजरायल भी ये जानता है कि इस पूरे संकट में भारत की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए वह लगातार भारत के संपर्क में बना हुआ है। बीते दिन ही इस मसले को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। नेतन्याहू ने इस दौरान पीएम मोदी के साथ युद्ध से जुड़ी ताजा जानकारी साझा की। फोन पर हुई बातचीत के बाद पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर इजरायल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करता है।
इजरायल-फिलिस्तीन के बीच जारी जंग को लेकर दुनिया एक बार फिर भारत और पीएम मोदी की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देखने लगी है। माना जा रहा है कि शांति कायम करने के लिए भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ऐसा ही कुछ रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भी देखने को मिला था। कई देशों की ओर से पीएम मोदी से मामले में मध्यस्थता करने और युद्ध रुकवाने की बार-बार अपील की गई थी। वहीं तालिबान ने इजरायल-हमास युद्ध तुरंत रोकने की अपील की है जिस पर लोग तंज कसते नजर आ रहे हैं। तालिबान ने कहा है कि हथियार हर चीज का समाधान नहीं होता, बातचीत की टेबल पर ही मुद्दों के समाधान निकलते हैं। तालिबान का स्पष्ट मानना है कि ज़ंग रुकनी चाहिए और शांति रहनी चाहिए।