कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र में छह साल का रिकॉर्ड तोड़ डेंगू अब भी रुकने का नाम नहीं ले रहा। शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बुखार से पीड़ित लोगों में प्लेटलेट्स लगातार कम होने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा कोई गांव नहीं जहां पर संदिग्ध बुखार के मरीज ना मिल रहे हों। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में डेंगू के 185 केस ही रिपोर्ट किए हैं।
इस साल भी सबसे ज्यादा रिकॉर्ड हुए डेंगू केस
मगर पिछले 10 साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तब भी इन दस वर्षों में डेंगू के मामलों में यह साल तीसरा सबसे ज्यादा डेंगू के मामलों वाला वर्ष बन गया है।
वर्ष 2012 से अब तक दस साल में तीसरा ऐसा साल है जब डेंगू के इतने केस रिपोर्ट किए गए हैं। इससे पहले वर्ष 2017 में 326 और 2015 में 192 केस रिपोर्ट किए गए थे। इसके बाद इस वर्ष 185 केस रिपोर्ट हो चुके हैं। जिला भर में हर छोटे से बड़े अस्पताल में डेंगू के लक्षण वाले मरीज दाखिल हैं ।
14 दिन में मिले 51 डेंगू पाजिटिव केस
जिले में पिछले 14 दिन में डेंगू ने सबसे ज्यादा पांव पसारे हैं। इस वर्ष 30 सितंबर से लेकर 13 अक्टूबर तक देखें तो 51 मामले सामने आए। डेंगू का पहला केस अगस्त माह के दूसरे सप्ताह में मिला था। ऐसे में 29 सितंबर तक डेढ़ माह में 134 केस सामने आए थे, जबकि 13 अक्टूबर तक 185 केस पाजिटिव मिले हैं। पिछले 15 दिन में यह आंकड़ा बड़ा तेजी के साथ बढ़ा है।
अभी खतरे के 15 दिन
स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और विशेषज्ञ मानते हैं कि अभी खतरे के 15 और दिन हैं। नवंबर माह के पहले सप्ताह तक डेंगू अपने चरम पर रहेगा। डेंगू के मामले बढ़ेंगे। इसके पीछे यह वजह बताई जा रही है कि डेंगू के मच्छर को पनपने के लिए यह वातावरण सबसे ज्यादा उपयुक्त है।
जब तक तापमान में गिरावट नहीं आती तब तक यही स्थिति रहेगी। नवंबर माह में दिवाली के बाद डेंगू का सीजन समाप्त होता है। जाते-जाते आखिरी दिनों में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं।
यही वजह है कि पिछले कुछ दिन में गुढ़ी, नरकातारी, हरियापुर और मिर्जापुर में संदिग्ध बुखार के मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से कई लोगों को डेंगू होने की पुष्टि भी की जा चुकी है।
डेंगू से कैसे रखें बचाव?
पैरों में जूते जुराब और पूरी बाजू के कपड़े पहनें। डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, सप्ताह में एक दिन घर में ड्राई डे मनाएं और अपने घर, दुकान के आसपास देखें कि कहीं किसी बर्तन, बेकार सामान, गड्ढे में पानी तो नहीं भरा हुआ है। अगर भरा हुआ है तो उसे खाली कर दें या उसमें तेल डाल दें।
2793 संदिग्ध बुखार के मरीजों के लिए गए सैंपल
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश सभ्रवाल ने बताया कि अब तक 2793 संदिग्ध बुखार के मरीजों के सैंपल लेकर डेंगू जांच की गई। इनमें से 185 को डेंगू पॉजिटिव मिला है। इनमें से पांच मरीज अस्पतालों में दाखिल है जबकि 180 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
जिन गांवों में संदिग्ध बुखार के मरीज मिले है वहां भी शिविर लगाकर सैंपल लिए जा रहे हैं। डेंगू के प्रति जागरूकता से ही बचा जा सकता है। लोग पूरी बाजू के कपड़े पहनें और पैरों में जूते और जुराबें जरूर डालें। रात को मच्छरदानी लगाकर सोएं।