शिमला। आम जन की समस्याओं को मौके पर ही निपटाने के मकसद से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर में शुक्रवार को दूसरे जनता दरबार का आयोजन किया। जनता दरबार में सैंकड़ों की संख्या में फरियादी पहुंचे। कोई फरियादी वित्तीय मदद की आस लेकर आया था, तो कोई अपना तबादला रद्द करवाने की उम्मीद लेकर।
किसी भी फरियादी को सीएम ने नहीं किया निराश
जनता दरबार में पहुंचे किसी भी फरियादी को मुख्यमंत्री सुक्खू ने निराश नहीं किया। वह लाइन में लगे फरियादियों से स्वयं बारी-बारी मिले और अधिकांश लोगों की समस्याओं का निपटारा करने के अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए। उन्होंने मिलने पहुंचे कुछ दिव्यांगों के साथ खिलाड़ियों को वित्तीय मदद भी प्रदान की। उन्होंने युवा खिलाड़ियों से देश और प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए मेहनत से कार्य करने का आग्रह किया।
शास्त्री संघ के प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात
मुख्यमंत्री से हिमाचल प्रदेश शास्त्री संघ के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की। दरअसल शिक्षा विभाग ने शास्त्री शिक्षकों की भर्ती में बीएड की शर्त जोड़ दी थी। शास्त्री अध्यापकों के प्रतिनिधिमंडल ने पुराने नियमों के आधार पर भर्ती की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं को लेकर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
मेरे पैर मत छुओ- सीएम सुक्खू
मुख्यमंत्री सुक्खू से मिलने पहुंचे कई फरियादी उनके पैर भी छू रहे थे। उन्होंने इस दौरान महिलाओं सहित अन्य फरियादियों को पैर छूने से रोका। उन्होंने कहा कि वह जनता की सेवा करने के लिए यहां पर हैं तथा जो कार्य उनके अधिकार क्षेत्र में होगा, उसको प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री के पास कुछ मामले ऐसे भी आए, जिन लोगों ने ऋण ले रखा था। उन्होंने अधिकारियों को इसके भी विकल्प तलाशने के निर्देश दिए।