पंचकूला। हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने सोमवार को पंचकूला में हिंदी एवं हरियाणवी के सुप्रसिद्ध विद्वान एवं कवि स्व. डॉ नानकचंद द्वारा रचित उत्तर रामकथा पर आधारित ’निर्झरी’ काव्य कृति का लोकार्पण किया।
उन्होंने कहा कि पहली बार हरियाणा में इंजीनियरिंग कोर्स हिंदी भाषा में शुरू किए गए हैं और अगले चरण में मेडिकल कोर्स भी हिंदी में शुरू करने की योजना है। अब अधिकतम लिखित परीक्षाएं भी हिंदी भाषा में ली जा रही है।
श्रीराम का पावन चरित्र साहित्यकारों विशेषकर कवि हृदयों के लिए रहा प्रेरणा का स्रोत
अकादमी भवन पहुंचने पर हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. कुलदीप अग्निहोत्री ने डॉ. अमित अग्रवाल का स्वागत किया।
उन्होंने साहित्यकारों से संवाद के दौरान कहा कि श्रीराम का पावन चरित्र साहित्यकारों और विशेषकर कवि हृदयों के लिए हमेशा ही प्रेरणा का स्रोत रहा और उनकी प्रेरणा से साहित्य में समय-समय पर नवीन कृतियों का सृजन होता रहा है।
’निर्झरी’ भी इसी परंपरा की एक कृति- अमित अग्रवाल
’निर्झरी’ भी इसी परंपरा की एक कृति है। काव्य कृति के प्रथम सर्ग वसंतोत्सव में डा. नानकचंद शर्मा ने राम राज्य का बड़ा ही मनोहरी वर्णन किया है।