पटना। पर्व-त्योहार पर, जबकि बैंक बंद रहते हैं और खरीदारी के लिए नकदी की आवश्यकता होती है, प्राय: एटीएम पर निर्भरता बढ़ जाती है। आनलाइन ट्रांजेक्शन के प्रसार के साथ बिहार में एटीएम की संख्या में भी ठीक-ठाक वृद्धि हुई है, लेकिन जनसंख्या व आवश्यकता के अनुपात में वे कम पड़ रहीं।
अभी राज्य में कुल 7155 एटीएम हैं, जिनमें से छह हजार के लगभग शहरी और अर्द्धशहरी क्षेत्र में हैं। इनमें भी सर्वाधिक पटना जिला में हैं। उसके बाद मुजफ्फरपुर और गया जिला का स्थान आता है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी 1195 एटीएम हैं, जहां लगभग 85 प्रतिशत जनसंख्या बसती है।
इतनी बड़ी जनसंख्या के लिए इतने कम एटीएम का पहला कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम ट्रांजेक्शन है। दूसरी सच्चाई यह है कि एटीएम की सर्विस व सुरक्षा पर बैंक अधिक राशि खर्च करना नहीं चाहते, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में शहरों की तुलना में सुरक्षा की चुनौती अधिक है।
कुल एटीएम में से ग्रामीण क्षेत्रों में हैं मात्र 1195
पटना जिला में सर्वाधिक 1560 एटीएम हैं। 423 व 335 की संख्या के साथ मुजफ्फरपुर व गया क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। चौथे स्थान वाले भागलपुर में 295 व पांचवें क्रम पर वैशाली में 239 एटीएम हैं। पूर्वीं चंपारण में 234, दरभंगा में 230, सारण में 228, समस्तीपुर में 213, भोजपुर में 204 व बेगूसराय में 203 एटीएम हैं।