महोबा के श्रीनगर क्षेत्र में मंगलवार को देवी प्रतिमाओं के विसर्जन जुलूस में रंग-गुलाल फेंके जाने पर दो पक्षों में विवाद हो गया। पुलिस ने दूसरे समुदाय के आठ लोगो पर मुकदमा दर्ज करके तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना से कस्बे में तनाव फैल गया है। शांति व्यवस्था के लिए भारी फोर्स तैनात की गई है। दो कम्पनी पीएसी भी लगाई गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक सत्यम ने बताया कि नौ दिवसीय दुर्गा पूजा समारोह के समापन पर श्रीनगर कस्बे में देवी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिये शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इसमे शामिल भक्त रंग.गुलाल उड़ाते हुए उल्लास प्रदर्शित कर रहे थे। आरोप है कि बाजार से गुजरते समय शोभायात्रा में शामिल कतिपय लोगों ने भूरे सौदागर की दुकान में गुलाल फेंका जो वहां मौजूद महिलाओं पर गिरा। इस बात पर दुकानदार और जुलूस में शामिल लोगों के बीच विवाद हो गया। मामले के तूल पकड़ने पर दोनों पक्षो में मारपीट भी हुई।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच विवाद को टालते हुए जुलुस को आगे बढाने की कोशिश की। लेकिन तभी वहां पहुंच गए हिंदूवादी संगठनों के कुछ नेताओं ने घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें जेल भेजने की मांग करते हुए शोभायात्रा मार्ग में ही रोक दी। घटना को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। विवाद के चलते कस्बे में लगभग चार घण्टे तक तनाव का माहौल बना रहा।
अपर एसपी सत्यम के मुताबिक पुलिस ने फिलहाल शांति व्यवस्था कायम करने को कस्बे के बाजार को बंद कराया है और दो कम्पनी पीएसी तैनात कर गस्त शुरू कराई है। प्रकरण में समुदाय विशेष की दो महिलाओं समेत आठ लोगो के खिलाफ बलवा फैलाने के आरोप में आईपीसी की धाराओं 147,323,504 एवं एससीएसटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया है। इसके साथ ही पुलिस द्वारा तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। जिसके बाद दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन एक बार फिर सुचारू तरीके से शुरू किया गया है।