नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी ने पूर्वी दिल्ली परिसर के काम सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए 930 करोड़ रुपये के ऋण के अनुरोध को मंजूरी दे दी है।
डीयू कुलपति योगेश सिंह ने बताया कि 930 करोड़ रुपये के ऋण कोष से प्राप्त धन का उपयोग करके पूर्वी दिल्ली परिसर की स्थापना शुरू की जाएगी। डीयू अधिकारियों के मुताबिक पूर्वी दिल्ली परिसर निर्माण शुरू होने के दो साल के भीतर तैयार होने की उम्मीद है।
सूरजमल विहार में बनेगा DU का ईस्ट कैंपस
अधिकारी के मुताबिक, स्वीकृत ऋण का उपयोग करके 120 करोड़ रुपये में सूरजमल विहार में डीयू के पूर्वी परिसर में एक शैक्षणिक भवन बनाया जाएगा। जिसके लिए काम अगले तीन से छह माह में शुरू होने की उम्मीद है।
विश्वविद्यालय ने कुछ साल पहले परिसर के विस्तार योजनाओं की घोषणा की थी। योजनाओं में अधिक पाठ्यक्रम और कानून के लिए एक केंद्र शुरू करने के लिए पूर्व और पश्चिम परिसरों के निर्माण की परिकल्पना की गई थी।
डीयू के वित्त कार्यालय ने बताया कि नए परिसर की स्थापना पर काम शुरू करने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट सोमवार तक प्रस्तुत की जाएगी।
डीयू अधिकारियों के मुताबिक, डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद फंड जारी करने के लिए एचईएफए और विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
जल्द तैयार होगी DPR
अधिकारी ने बताया कि डीयू का वित्त कार्यालय एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगा, जिसके आधार पर विक्रेता को सीधे बिल जमा करने पर व्यक्तिगत परियोजनाओं के लिए राशि जारी की जाएगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय नजफगढ़ और द्वारका में 100 करोड़ रुपये, 95 करोड़ रुपये की लागत से शैक्षणिक भवनों और 201 करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनामिक्स में कई शैक्षणिक ब्लॉकों के निर्माण के लिए काम शुरू होने वाला है। वहीं, उत्तर-पश्चिम दिल्ली के ढाका में छात्रों के लिए 161 करोड़ रुपये का एक स्टूडियो अपार्टमेंट भी तैयार होगा।
अक्टूबर 2024 तक पूरा होगा निर्माण काम
अधिकारियों के मुताबिक ऋण राशि में से कुल 195.62 करोड़ रुपये का उपयोग प्रौद्योगिकी संकाय के भवन के निर्माण में किया जाएगा, जिसके लिए काम शुरू हो चुका है और अक्टूबर 2024 तक पूरा होने की संभावना है।
वहीं, अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय में कई विकास परियोजनाएं कतार में हैं। एक परियोजना पर काम चल रहा है और सभी 24 माह में पूरी हो जाएंगी। अन्य परियोजनाएं अगले छह माह में शुरू होंगी।